घुग्घूस शहर के बहिरमबाबा नगर (प्रभाग क्रमांक 3) में प्रस्तावित नई देसी शराब भट्टी को लेकर नागरिकों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। सभ्य और घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में शराब भट्टी की स्थापना, वह भी हनुमान मंदिर और शिव मंदिर से मात्र 50 मीटर की दूरी पर तथा मुख्य सड़क पर, स्थानीय लोगों के अनुसार सामाजिक शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है।
महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा को बड़ा खतरा
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इस भट्टी के शुरू होने से महिलाओं, छात्राओं और स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर संकट मंडराएगा। शराब पीने आए व्यक्तियों द्वारा छेड़खानी, अश्लील गालियां, उत्पात और अवांछित गतिविधियों की संभावना बढ़ जाएगी, जिससे शांतिपूर्ण क्षेत्र का वातावरण खराब होना तय है।
स्कूल बस-स्टैंड और ट्यूशन क्लास पास होने से बढ़ी चिंता
नागरिकों का कहना है कि प्रस्तावित शराब भट्टी के बिलकुल पास छोटे बच्चों का स्कूल बस-स्टैंड है, जहां रोजाना बड़ी संख्या में महिलाएं, छात्र-छात्राएं और अभिभावक आते-जाते हैं। भट्टी के बगल में ही बच्चों की तासिका (ट्यूशन क्लास) भी है, जहां बच्चे प्रतिदिन पढ़ाई के लिए आते हैं। ऐसी जगह पर शराब भट्टी खुलना, अभिभावकों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन गया है।
मुख्य कॉलोनी रोड और ATM केंद्र पर बढ़ने का अनुमानित खतरा
निवासियों ने बताया कि भट्टी से सटा रस्ता कॉलोनी का मुख्य मार्ग है, जहां से महिलाओं और नागरिकों की आवाजाही लगातार रहती है। इसके साथ ही पास में एक ATM केंद्र भी है, जहां रोजाना लोग पैसे निकालने आते हैं। नागरिकों का मानना है कि शराबियों की भीड़ के कारण चोरी, विवाद, झगड़े और असामाजिक गतिविधियों की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
“अनुमति रद्द न की गई, तो होगा बड़ा जन आंदोलन”
बहिरमबाबा नगर के नागरिकों ने स्पष्ट कहा कि यदि शराब भट्टी की अनुमति रद्द नहीं की गई, तो वे राज्य उत्पाद शुल्क विभाग और प्रशासन के खिलाफ तीव्र आंदोलन करेंगे।
इस मांग को लेकर कांग्रेस किसान सेल के जिला अध्यक्ष रोशन पचारे, युवक कांग्रेस अध्यक्ष तौफीक शेख, व्यापारी सदस्य मनोज परसवार, सुधाकर जुनारकर, गणेश हिकरे सहित प्रभाग क्रमांक 3 के नागरिक एकजुट हो चुके हैं।
नागरिकों की स्पष्ट मांग
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों का कहना है कि—
> “शैक्षणिक संस्थान, धार्मिक स्थल और मुख्य रिहायशी क्षेत्र के बीच शराब भट्टी खोलना पूर्णतः अनुचित है। तत्काल अनुमति रद्द की जाए।”
