प्रभाग-2 में कांग्रेस व निर्दलयी में टक्कर की चर्चा
घुग्घुस शहर के प्रथम नगर परिषद चुनाव में अब संघर्ष की रंगत बढ़ गई है। जैसे-जैसे मतदान का दिन करीब आने लगा है जनता का रुझान चौक-चौराहों पर चर्चा का विषय बनता जा रहा है। जिस भाजपा में बरसों से सेवा दी, विविध प्रकार के समाजकार्यों के माध्यम से सैंकड़ों परिवारों का जीवन बदला उसी माला मेश्राम को ऐन समय पर भाजपा की ओर से पार्टी का टिकट नकार दिया गया। अंतर्गत राजनीति की खिंचतान में जब माला को दरकिनार कर दिया गया तो उन्होंने भाजपा से बगावत की और निर्दलीय के तौर पर चुनावी मैदान में उतर गई। अब उनकी सीधी टक्कर भाजपा के सरिता इसारप से जारी है। कांग्रेस प्रत्याशी सारिका पराते भी मजबूत स्थिति में दिखाई पड़ रही है। इसलिए प्रभाग के चौक-चौराहे पर माला मेश्राम के बगावत और उनकी दमदार इंट्री की चर्चा काफी जोर पकड़ रही है।
भाजपा उम्मीदवार सरिता इसारप और उनकी समूची टीम के कार्यकर्ताओं को टक्कर देना निर्दलीय माला मेश्राम के लिए मामूली बात नहीं है। लेकिन 56 वर्षीय माला का जनसंपर्क काफी तगड़ा है। इसका मुख्य कारण यह है कि वे बरसों से समाजसेवा में अग्रसर रही है। उन्हें अनेक सामाजिक पुरस्कारों से नवाजा गया। आदर्श एकता महिला मंडल व प्रगति महिला बचत गट की वे अध्यक्ष हैं। समता सैनिक दल की सचिव है और डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला समिति की कार्याध्यक्षा भी है। SC बौद्ध समूदाय में प्रचलित माला का जीवन शैक्षणिक और संघर्ष की प्रेरणा रही है। 56 की उम्र के बावजूद वे समाजकार्य में ही अर्थात BSW की शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। अपना रेडिमेड कपड़ा दुकान चलाते हुए इन्होंने अनेक उपक्रमों को सफल बनाया। बचत समूहों एवं लघु उद्योग के माध्यम से अनेक गरीब परिवारों को सक्षम बनाया। गरीब बच्चों को शैक्षणिक सामग्री दिलाने से लेकर सरकारी योजनाओं का जरूरतमंदों तक लाभ पहुंचाने का बिड़ा माला मेश्राम उठाते आयी है।
WCL कॉलनी व रामनगर वार्ड में अनेक हेल्थ कैंप लिए। खास बात यह रही कि चाहे किल्लारी का भूकंप हो या पंजाब की आपदा या कोरोना काल में मदद कार्य माला हमेशा पीड़ितों के हित में नजर आयी। अधूरे रेलवे पुल को लेकर तो उन्होंने प्रशासन के नाक में दम कर दिया। घुग्घुस का हर शख्स उस चक्का-जाम आंदोलन को आज तक नहीं भूल पाया है, जिसे माला मेश्राम के नेतृत्व में अंजाम तक पहुंचाया गया था। यही कारण है कि वर्तमान में भाजपा प्रत्याशी सरिता इसारप पर वे भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है। कांग्रेस प्रत्याशी सारिका पराते और माला मेश्राम के बीच काटे की टक्कर होने की चर्चा है।
