घुग्घुस में होने वाले नगर परिषद चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गर्माता जा रहा है। रविवार को कांग्रेस कार्यालय में जिले के पूर्व पालकमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने कांग्रेस के सभी नगर परिषद उम्मीदवारों के साथ विस्तृत चर्चा की। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि घुग्घुस नगर परिषद का गठन ही भाजपा को मंजूर नहीं था, क्योंकि ग्राम पंचायत व्यवस्था में चल रहे “अनियमितताओं” पर रोक लगने का उन्हें डर था।
भाजपा पर घोटाले का आरोप
वडेट्टीवार ने सीधे तौर पर भाजपा नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि ग्राम पंचायत के कार्यकाल में यहां लगभग 10 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया। उनके मुताबिक,
“ग्राम पंचायत के नाम पर यहाँ माल लूटने का काम चल रहा था। जनता के हक का पैसा निचोड़ लिया गया। आज वही घोटालेबाज़ चुनाव मैदान में खड़े हैं। सरकार उनकी होने के कारण वे कार्रवाई से बच गए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं पर केस भी दर्ज थे, लेकिन सत्ता का संरक्षण मिलने की वजह से किसी पर हाथ नहीं डाला गया।
“नगर परिषद को मंजूरी दिलाने में मेरा बड़ा योगदान”—वडेट्टीवार
कांग्रेस नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि घुग्घुस नगर परिषद की मंजूरी उनके पालकमंत्री रहते हुई।
उन्होंने कहा कि “घुग्घुस को नगर परिषद का दर्जा दिलाना मेरा सपना था, जिसे कांग्रेस ने पूरा किया। भाजपा ने इस नगर परिषद का पुरजोर विरोध किया, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि पंचायत में चल रही अनियमितताओं पर विराम लगे।”
वडेट्टीवार ने दावा किया कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस की ही जीत होगी, और जनता इस बार भाजपा की ‘कथनी और करनी’ का फर्क समझ चुकी है।
बाग़ी रंजीता आगदारी पर कार्रवाई का आश्वासन
बैठक में एक महत्वपूर्ण मुद्दा भी उठा कि प्रभाग 11 के कांग्रेस उम्मीदवार पवन आगदारी की पत्नी रंजीता आगदारी ने निर्दलीय रूप में नगराध्यक्ष पद से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि पार्टी अनुशासन सर्वोपरि है और रंजीता आगदारी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने शुरू की चुनावी आक्रामक तैयारी
चर्चा बैठक में वडेट्टीवार ने सभी उम्मीदवारों को रणनीतिक सुझाव दिए और घर-घर जाकर जनसंपर्क बढ़ाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने घुग्घुस के नागरिकों के विकास और सुविधाओं को प्राथमिकता दी है और आने वाले समय में नगर परिषद के माध्यम से बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
