आरक्षण घोषित होते ही राजनीतिक सरगर्मी तेज, टिकट के लिए जोड़-तोड़ शुरू; क्या बदलेगा पुराने समीकरण?
घुग्घुस नगर परिषद के 11 प्रभागों के लिए आरक्षण घोषित होने के साथ ही शहर की राजनीति में उबाल आ गया है। कुल 22 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं ने अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी कस ली है। इस चुनावी रण में सबसे अधिक चर्चा प्रभाग क्रमांक 1 की है, जहां इस बार अनुसूचित जाति (SC) महिला और जनरल पुरुष के लिए सीटें आरक्षित हुई हैं।
प्रभाग 1: जातीय समीकरण और चुनावी क्षेत्र
प्रभाग क्रमांक 1 में कुल 2500 मतदाता हैं। यहां के प्रमुख चुनावी क्षेत्र शास्त्री नगर, अंबेडकर नगर और शिव नगर हैं।
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: ग्राम पंचायत के पुराने रिकॉर्ड को देखें तो यह प्रभाग हमेशा से ही दिलचस्प रहा है। 2015 के चुनाव में शास्त्री नगर से शुष्मा श्रीकांत सावे ने जीत दर्ज की थी, जबकि तीन दशक पहले सुज्ञानं अर्णकोंडा ने भारी मतों से सीट जीती थी। यह इतिहास बताता है कि यहां व्यक्तिगत छवि और जातीय समीकरणों का मिश्रण निर्णायक होता रहा है।
संभावित उम्मीदवारों की लंबी फेहरिस्त
आरक्षण की घोषणा के बाद प्रभाग क्रमांक 1 में दावेदारों की एक लंबी सूची सामने आई है। ये वे चेहरे हैं जिनकी चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोर-शोर से है:
- इच्छुक अनुसूचित जाति (SC) महिला उम्मीदवार:
- विद्या चांहादे
- प्रेमा तग्राफवार
- शुभंगनी सरसर
- पद्मा तलारी
- इच्छुक जनरल पुरुष उम्मीदवार:
- मल्लेश बल्ला
- रविश सिंह
- अनिल मंत्रीवार
- प्रताप चिल्कावर
- विशाल धमेरा
- अविनाश बोरगुरेले
राजनीतिक विश्लेषण: ‘AB फार्म’ पर टिकी निगाहें
विश्लेषकों का मानना है कि प्रभाग 1 का यह चुनाव न केवल उम्मीदवारों की व्यक्तिगत शक्ति, बल्कि राजनीतिक दलों के भीतर के संघर्ष को भी उजागर करेगा।
मुख्य चुनौती:
पार्टी की निष्ठा या जीत की क्षमता? यह देखना बाकी है कि विभिन्न राजनीतिक दल सालों से पार्टी के लिए निष्ठापूर्वक कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं को ‘AB फार्म’ (पार्टी का अधिकृत टिकट) देकर उन्हें पुरस्कृत करते हैं, या फिर निराशा हाथ लगती है। दूसरी ओर, कई पार्टियां ‘विनिंग कैंडिडेट’ (जीत सकने वाले उम्मीदवार) के सिद्धांत पर चलते हुए नए या बाहरी चेहरों को भी मौका दे सकती हैं।
नए चेहरों का प्रवेश: चर्चा है कि उपर्युक्त नामों के अलावा भी कई नए और मजबूत चेहरे आखिरी वक्त में उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हो सकते हैं, जिससे मुकाबला और भी कड़ा होने की संभावना है।
जातीय समीकरण: SC महिला सीट पर तीनों दावेदारों के बीच टिकट प्राप्त करने की होड़ लगी है, वहीं जनरल पुरुष सीट पर 6 दिग्गज अपनी-अपनी पैठ बनाने की कोशिश में हैं। शास्त्री नगर, अंबेडकर नगर और शिव नगर के मतदाता किसके पक्ष में जाते हैं, यह महत्वपूर्ण होगा।
यह चुनाव घुग्घुस के राजनीतिक भविष्य की दिशा तय करेगा। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कौन सा उम्मीदवार किस पार्टी का टिकट हासिल करता है और क्या वर्षों की निष्ठा का फल मिलता है या नहीं। आने वाला समय ही बताएगा कि किसका भाग्य चमकता है।
