नागभिड से तळोधी (बा.) मार्ग की बसें छात्रों को नहीं उठातीं, ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की शिक्षा पर असर
चंद्रपुर जिले के नागभिड से तळोधी (बा.) मार्ग पर चलने वाली राज्य परिवहन निगम की बसें चिंधीचक बस स्टैंड पर सुबह के समय नहीं रुकतीं, जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों छात्र-छात्राओं की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। “लालपरी” नामक बस छात्रों को बस स्टैंड पर छोड़कर चली जाती है, जिससे छात्र निराश हो रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए अभिभावकों ने सुबह के समय एक अतिरिक्त बस चलाने की मांग की है।
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शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है और स्कूल छोड़ चुके बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा में लाने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। लड़कियों को मुफ्त शिक्षा की सुविधा भी प्रदान की गई है, ताकि “पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया” की अवधारणा को साकार किया जा सके। लेकिन शैक्षिक सुविधाओं की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों की शिक्षा पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
नागभिड से तळोधी (बा.) मार्ग पर स्थित चिंधीचक गांव में यह समस्या देखने को मिल रही है। इस बस स्टैंड से चिंधीचक, किटाळी बोरमाळा, मांगरूड, हुमा, खडकी, चिंधीमाल आदि गांवों के सैकड़ों छात्र नागभिड जाकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। वर्तमान में, सुबह की पाली के सैकड़ों छात्र रोजाना यहां से यात्रा करते हैं और दोपहर 12 बजे के बाद वापस लौटते हैं।
हालांकि, पिछले कुछ दिनों से इन छात्रों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। इसका कारण राज्य परिवहन निगम की बस है। ग्रामीण क्षेत्र के छात्र सुबह 7 बजे चिंधीचक बस स्टैंड पर पहुंचते हैं। सुबह 7:30 बजे नागपुर-नवरगाव की बस आती है, जिससे वे नागभिड तक जाते हैं। लेकिन इस बस में सभी छात्रों को जगह नहीं मिलती। नागपुर की ओर जाने वाली इस बस में नवरगाव से निकलने के बाद सावरगाव, तळोधी, ओवाळा, जनकापूर, पळसगाव आदि स्टॉप्स से यात्री और छात्र बस में बैठ जाते हैं। ऐसे में चिंधीचक बस स्टैंड पर रुके छात्रों के लिए बस में जगह नहीं बचती। बस पूरी तरह भरकर आती है, इसलिए अधिकांश समय बस यहां नहीं रुकती। अगर बस रुकती भी है, तो गिनती के कुछ ही छात्र इसमें बैठ पाते हैं। इसके बाद 7:30 बजे की दूसरी बस आती है, लेकिन उसमें भी वही स्थिति होती है। वह बस कभी रुकती है, कभी बिना रुके निकल जाती है। छात्र बस के निकलने के बाद बस को देखते ही रह जाते हैं। इसके बाद 8:30 बजे ब्रम्हपुरी की बस आती है। नागभिड में जनता विद्यालय, महाविद्यालय, जनता कन्या विद्यालय और कर्मवीर विद्यालय जैसे शिक्षण संस्थान हैं। स्कूल और कॉलेज सुबह 7:15 बजे से 7:30 बजे के बीच शुरू होते हैं। ऐसे में 8:30 बजे की बस से जाने पर छात्रों का एक-दो घंटे का शिक्षण बर्बाद हो जाता है। यह समस्या पिछले कई दिनों से जारी है।
मानव विकास मिशन के तहत छात्रों के लिए बसों की सुविधा है, लेकिन इस मार्ग पर मानव विकास मिशन की बसों की कमी है। यदि कोई बस आती भी है, तो वह पहले से ही छात्रों से भरी होती है। इस कारण चिंधीचक बस स्टैंड से आने-जाने वाले गांवों के सैकड़ों छात्रों का नुकसान हो रहा है। छात्रों के शैक्षणिक नुकसान के कारण अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है। चिंधीचक ग्राम पंचायत के उपसरपंच प्रदीप समर्थ ने ब्रम्हपुरी आगार व्यवस्थापक से आग्रह किया है कि चिंधीचक बस स्टैंड से यात्रा करने वाले छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए मानव विकास मिशन की अतिरिक्त बस चलाई जाए।