चंद्रपुर और गडचिरोली जिले के विधानसभा क्षेत्रों की चुनावी तैयारी की समीक्षा के लिए सोमवार 23 सितंबर को चंद्रपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रमेश चेन्नीथला, प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार के साथ-साथ कई अन्य प्रमुख नेता भी उपस्थित रहेंगे। यह बैठक ऐसे समय पर हो रही है जब विधानसभा चुनाव सिर पर हैं और आचार संहिता किसी भी समय लागू हो सकती है।
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कांग्रेस की रणनीति:
चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस ने विदर्भ के चार जिलों की विधानसभा सीटों की तैयारी की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। खासतौर पर चंद्रपुर और गडचिरोली जिलों में कुल 9 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से केवल अहेरी सीट को छोड़कर बाकी सभी पर कांग्रेस महाविकास आघाड़ी के अन्य घटक दलों को चुनौती देने का इरादा रखती है। इस बार का चुनाव विदर्भ क्षेत्र में कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो कि पार्टी का पारंपरिक गढ़ रहा है।
2019 के विधानसभा चुनावों में विदर्भ ने कांग्रेस को अच्छी समर्थन मिला था और हालिया लोकसभा चुनाव में भी अपेक्षा से अधिक सीटें हासिल हुईं। इन सफलताओं से कांग्रेस का आत्मविश्वास बढ़ा है, और पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयारियां की जा रही हैं।
नेताओं के बीच मतभेद:
विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार और सांसद प्रतिभा धानोरकर के बीच के मतभेदों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। लोकसभा चुनावों के बाद से दोनों के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए थे, जो कि पार्टी के लिए एक चिंता का विषय था। इस स्थिति को सुधारने के लिए दिल्ली में एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें प्रतिभा धानोरकर और पार्टी नेतृत्व की ओर से दोनों नेताओं के बीच समझौता हो गया है, ताकि विधानसभा चुनावों में इस आंतरिक विवाद का कोई नकारात्मक असर न हो।
आंतरिक असंतोष: बैठक के दौरान यह भी चर्चा है कि पार्टी के असंतुष्ट कार्यकर्ता नेताओं के बीच आपसी झगड़ों के कारण परेशान हैं और इस बैठक में वे अपनी शिकायतें खुलकर रख सकते हैं।