प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत देश के 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इस अवसर पर चंद्रपुर जिले का चांदा फोर्ट रेलवे स्टेशन भी शामिल रहा, जिसका भव्य लोकार्पण समारोह स्थानीय स्तर पर संपन्न हुआ।
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बीकानेर, राजस्थान से इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
अमृत भारत स्टेशन योजना: देश के भविष्य की नींव
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “रेलवे केवल यात्रा का माध्यम नहीं, बल्कि देश के विकास की जीवनरेखा है।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण से न केवल यात्रियों को वैश्विक स्तर की सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन और सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूती देगा।
उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना के तहत देशभर में 1300 से अधिक स्टेशनों को चरणबद्ध रूप से आधुनिक रूप दिया जाएगा। इसमें स्थानीय कला, संस्कृति और विरासत को प्राथमिकता दी जा रही है।
चांदा फोर्ट स्टेशन का कायापलट
चंद्रपुर के चांदा फोर्ट स्टेशन के लोकार्पण समारोह में सांसद प्रतिभा धानोरकर, विधायक किशोर जोरगेवार, बिलासपुर के सीई बी. वी. एस. सुब्रमण्यम, नागपुर के वरिष्ठ डीएम एस. एन. नामदेव, अतिरिक्त जिलाधिकारी नितीन व्यवहारे, स्वतंत्रता सेनानी डॉ. शेषराव इंगोले और दक्षिण मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
आधुनिकीकरण के अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं:
विस्तृत पार्किंग और सर्क्युलेशन क्षेत्र – खासकर त्योहारों और भीड़ के समय उपयोगी।
उन्नत प्रकाश व्यवस्था – हाई मास्ट लाइट्स से स्टेशन क्षेत्र की रात्रिकालीन सुरक्षा व सौंदर्य में वृद्धि।
स्थानीय स्थापत्यशैली – चांदा फोर्ट की ऐतिहासिक शैली में पारंपरिक ‘खुर्दा पैटर्न’ प्रवेशद्वार।
भित्ती चित्र व सजावट – कोयला उद्योग और गोंड संस्कृति पर आधारित कलाकृतियाँ।
‘वन स्टेशन वन प्रॉडक्ट’ योजना – स्थानीय उत्पादकों को मंच।
फ्लैग माउंट व सजावटी ध्वज – राष्ट्रगौरव का प्रतीक।
12 सीसीटीवी कैमरे – सुरक्षा के लिए उन्नत निगरानी।
भविष्य में लिफ्ट व एस्केलेटर की भी योजना – वरिष्ठ नागरिकों व दिव्यांग यात्रियों के लिए राहतकारी।
एक स्टेशन नहीं, विकास का केंद्र
यह परियोजना केवल स्टेशन को सुंदर बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक समावेशी विकास की सोच को दर्शाती है, जिसमें स्थानीय पहचान, नागरिक सुविधाएं और सुरक्षा को एकीकृत किया गया है। चांदा फोर्ट जैसे अपेक्षाकृत छोटे शहरों के स्टेशनों में इस प्रकार का विकास ग्रामीण और अर्धशहरी भारत के लिए एक नई प्रेरणा बनेगा।
“अमृत भारत स्टेशन योजना” न केवल रेलवे के बुनियादी ढांचे को बदल रही है, बल्कि यह उन करोड़ों भारतीयों के जीवन को भी प्रभावित कर रही है, जिनके लिए रेलवे यात्रा का प्रमुख माध्यम है। यह योजना भारत को रेलवे क्षेत्र में आधुनिकता, संस्कृति और सुविधा का अद्वितीय संगम प्रदान करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।