• लगेज 48 घंटे में लौटाने का निर्देश, किराया बढ़ाने पर अन्य एयरलाइंस को चेतावनी
• 5 दिन से इंडिगो ऑपरेशन बिगड़ा—2000 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल, रोज 500 लेट
• DGCA ने FDTL नियमों में दी अस्थायी राहत, पर पायलट-क्रू की कमी से संकट जारी
• नागपुर व मुंबई रूट पर चंद्रपुर के यात्रियों की भारी दिक़्कत: मेडिकल, परीक्षा, नौकरी के यात्रियों की उड़ानें रद्द
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के गहरे होते संकट ने यात्रियों की मुश्किलें चरम पर पहुँचा दी हैं। केंद्र सरकार ने चार दिन बाद कड़ा रुख अपनाते हुए एयरलाइन को रविवार रात 8 बजे तक सभी पेंडिंग रिफंड लौटाने का आदेश दिया है। साथ ही, सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने निर्देश दिया है कि 48 घंटे के भीतर यात्रियों का समूचा लगेज वापस किया जाए। सरकार ने अन्य एयरलाइंस को भी चेताया है कि इंडिगो संकट का फायदा उठा कर किराए में कोई अतिरिक्त बढ़ोतरी न करें। निर्देशों का पालन न करने पर तुरंत कार्रवाई की बात कही गई है।
एयरपोर्ट्स पर यात्रियों का गुस्सा फूटा
शनिवार को भी देशभर के हवाई अड्डों पर अफरातफरी जारी रही। मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों का धैर्य टूट गया, जहाँ लोग चार दिनों से अपना सामान न मिलने के कारण स्टाफ से उलझते नजर आए। दिल्ली, बेंगलुरु और चेन्नई में भी रिफंड न मिलने और अचानक फ्लाइट कैंसिलेशन की शिकायतें लगातार बढ़ती रही हैं।
5 दिन से इंडिगो की स्थिति नहीं सुधरी
4 बड़े एयरपोर्ट पर शनिवार को ही 400 से अधिक उड़ानें रद्द, पिछले 4 दिनों में 2,000 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल, रोजाना औसतन 500 उड़ानें देरी से। यानी यात्री परेशान, एयरपोर्ट्स पर भीड़, और एयरलाइन की कन्फ्यूज़न जारी है।
FDTL नियम बने संकट की जड़? DGCA ने दी अस्थायी राहत
DGCA ने पिछले महीनों में पायलटों और क्रू की थकान रोकने के लिए नए FDTL (Flight Duty Time Limitation) नियम लागू किए थे—
पहला चरण: 1 जुलाई 2025 से लागू
दूसरा चरण: 1 नवंबर 2025 से लागू
इन नियमों में पायलटों को लंबा आराम और कम फ्लाइंग ड्यूटी देने का प्रावधान है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए इन नियमों से इंडिगो में पायलट और क्रू की भारी कमी दिखने लगी। स्थिति गंभीर होने पर DGCA ने अब 10 फरवरी 2026 तक इन नियमों में अस्थायी राहत दी है। मगर राहत के बावजूद इंडिगो के पास पर्याप्त क्रू उपलब्ध न होने से ऑपरेशन सामान्य नहीं हो पा रहा।
चंद्रपुर ज़िले के यात्री भी बुरी तरह प्रभावित
चंद्रपुर से प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री नागपुर एयरपोर्ट के माध्यम से देशभर की उड़ानों से जुड़ते हैं। इंडिगो नागपुर–दिल्ली, नागपुर–मुंबई और नागपुर–बेंगलुरु रूट पर सबसे अधिक चलने वाली सेवा है।
सूत्रों के अनुसार पिछले 5 दिनों में— चंद्रपुर ज़िले के यात्री सीधे तौर पर प्रभावित हुए, जिनमें से अनेक यात्रियों का टिकट रद्द होने और लगेज अटका हुआ बताया गया है। मेडिकल अपॉइंटमेंट, परीक्षा, नौकरी ज्वाइनिंग और ट्रांजिट यात्रा वाले लोगों पर असर सबसे ज्यादा।
नागपुर एयरपोर्ट पर चंद्रपुर और बल्लारशाह से पहुँचे कई यात्रियों ने बताया कि वे दो–तीन दिनों से रिफंड और लगेज के लिए चक्कर काट रहे हैं। कुछ यात्रियों की connecting flights मिस हुईं, जिससे उन्हें अतिरिक्त खर्च भी उठाना पड़ा।
इंडिगो का संकट सिर्फ तकनीकी नहीं, मैनेजमेंट का भी इम्तिहान
- FDTL नियमों की योजना पहले से थी, पर एयरलाइन पर्याप्त पायलट भर्ती या ट्रेनिंग नहीं कर पाई।
- इंडिगो के पास 2,000 से ज्यादा पायलट हैं, पर नए नियम लागू होने पर लगभग 30–35% शेड्यूलिंग प्रभावित हो गई।
- DGCA की राहत के बावजूद ऑपरेशन सामान्य होने में अभी 3–7 दिन और लग सकते हैं।
- रिफंड व लगेज की समस्या ने यात्रियों का भरोसा हिलाया है—यह संकट ब्रांड इमेज को बड़ा नुकसान पहुँचा सकता है।
केंद्र सरकार की सख्ती के बाद इंडिगो पर दबाव बढ़ चुका है। रविवार रात 8 बजे तक रिफंड और 48 घंटे में लगेज लौटाना एयरलाइन के लिए बड़ी चुनौती है। वहीं, चंद्रपुर ज़िले के यात्रियों का कहना है कि वे जल्द से जल्द सामान्य ऑपरेशन की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उनकी नियमित यात्राएँ पटरी पर लौट सकें।
