चंद्रपुर महामार्ग पर केसलाघाट क्षेत्र से गुजरने वाले नागरिकों के लिए खतरा बढ़ गया है। पिछले एक सप्ताह से ताडोबा-अंधारी बाघ परियोजना से जुड़ी ‘के मार्क’ नाम की बाघिन ने इस मार्ग पर आतंक मचा रखा है। माना जा रहा है कि एक सड़क दुर्घटना में अपने बछड़े को खोने के बाद वह आक्रोशित हो गई है और वाहनों पर हमला कर रही है।
बाइक सवार दंपति बाल-बाल बचे, एक युवक हुआ घायल
गत सप्ताहभर से इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को बाघिन ने मुश्किल में डाल रखा है। दो दिन पहले, इस आक्रामक बाघिन ने एक मोटरसाइकिल सवार पर झपट्टा मारकर उसे घायल कर दिया। इस हमले में दुपहिया वाहन चालक के पैर में गंभीर चोट आई, जिसे तुरंत मूल उपजिल्हा अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
इतना ही नहीं, हाल ही में एक दंपति भी बाल-बाल बचा। वे जब अपनी बाइक से जा रहे थे, तभी बाघिन पीछे से आई और अचानक सड़क पार करके दूसरी ओर चली गई। यह क्षण उनके लिए बेहद भयावह था और उनका “जान हलक में आ गई थी”।
बछड़े के विरह में आक्रामक हुई ‘के मार्क’
वन विभाग के अधिकारियों और स्थानीय लोगों का मानना है कि ‘के मार्क’ बाघिन, जो तीन बछड़ों की मां है, अपने एक बछड़े को सड़क दुर्घटना में खोने के बाद बेहद व्याकुल और आक्रामक हो गई है। मातृत्व प्रेम और संरक्षण की भावना के कारण, बछड़े को खोने का दुख उसे सैरभैर कर रहा है। इसी विरह और मानसिक अस्थिरता के कारण वह सामने आने वाले वाहनों पर हमले कर रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाघिन का प्राकृतिक आवास
‘के मार्क’ बाघिन का प्राकृतिक आवास दक्षिण ताडोबा के केसलाघाट और झरीपेठ के जंगल में है। विडंबना यह है कि उसके इस जोखिम भरे अधिवास क्षेत्र से ही राष्ट्रीय महामार्ग गुजरता है। इस सड़क के दाईं ओर प्रादेशिक वन क्षेत्र है, जबकि बाईं ओर ताडोबा-अंधारी बाघ परियोजना का बफर क्षेत्र है। पहले यह बाघिन अक्सर अपने बछड़ों के साथ इस मार्ग पर दिखाई देती थी, लेकिन उसने कभी किसी वाहन पर हमला नहीं किया था। हालांकि, पिछले चार दिनों से उसके व्यवहार में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।
वन विभाग ने जारी किया अलर्ट, नागरिकों में डर
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने घायल बाइक सवार को अस्पताल पहुंचाया और इलाके में गश्त बढ़ा दी है। वन विभाग ने इस मार्ग से गुजरने वाले सभी लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने और रात के समय यात्रा से बचने की सख्त सलाह दी है। बाघिन के लगातार हमलों ने न केवल पर्यटकों, बल्कि आम नागरिकों के बीच भी अत्यधिक भय और चिंता पैदा कर दी है।
