पहली कक्षा में पढ़ने वाले भावेश तुराणकर को तेंदुआ उठा ले गया, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल, इलाके में फैली दहशत
चंद्रपुर के न्यू सिन्नाला गाँव के रहने वाले पहली कक्षा के छात्र भावेश तुराणकर का क्षत-विक्षत शव शनिवार सुबह (21 तारीख) बरामद हुआ। भावेश शुक्रवार शाम घर के पास शौच के लिए गया था, जब उसे तेंदुए ने हमला कर उठाकर ले गया। इस दिल दहलाने वाली घटना में, उसके शव के कई अंग गायब पाए गए। यह घटना स्थानीय निवासियों में डर और आक्रोश का माहौल पैदा कर रही है।
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शौच के दौरान तेंदुए का हमला
शुक्रवार शाम लगभग 5:30 बजे, 6 साल का भावेश तुराणकर अपने घर के पास शौच के लिए गया था। शौच करने के बाद, जब वह उठकर सड़क की ओर भागा, उसी समय एक तेंदुए ने उस पर झपट्टा मारा और उसे अपने साथ घसीटकर जंगल में ले गया।
खोज अभियान और परिवार की चिंता
भावेश देर रात तक घर नहीं लौटा, जिससे उसके माता-पिता चिंतित हो गए। उन्होंने उसे ढूंढने की कोशिश की, पर कोई सुराग नहीं मिला। इसी दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने इलाके में तेंदुए को देखा, जिससे माता-पिता की चिंता और बढ़ गई। उन्होंने तुरंत वन विभाग और पुलिस को सूचना दी। दुर्गापुर पुलिस स्टेशन की निरीक्षक लता वाधीवे गाँव पहुँचीं और पुलिस एवं गाँव वालों ने रात भर खोज अभियान चलाया, पर कोई सफलता नहीं मिली।
दुर्गापुर क्षेत्र में तेंदुए की गतिविधि
शनिवार सुबह, भावेश के घर से लगभग 300 मीटर दूर पद्मापुर सब एरिया कार्यालय के पास के एक पेड़ पर कुछ लोगों ने तेंदुए को देखा। वन विभाग और पुलिस मौके पर पहुँचे। वहाँ बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भाग निकला।
भावेश का क्षत-विक्षत शव बरामद
पुलिस और वन विभाग ने पेड़ के नीचे खोज की, जहाँ भावेश का शव बेहद बुरी हालत में पड़ा मिला। तेंदुए ने उसके शरीर के अंगों को खा लिया था, और केवल आंखें बची थीं। जैसे ही माता-पिता ने अपने बच्चे का शव देखा, वे जोर-जोर से रोने लगे। गाँव के लोगों में आक्रोश फैल गया और तनावपूर्ण स्थिति बन गई। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए भावेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा।
इलाके में तेंदुए का खौफ
भावेश न्यू सिन्नाला गाँव में पहली कक्षा का छात्र था। उसकी मृत्यु से परिवार पर गहरा दुःख आ पड़ा है। दुर्गापुर और न्यू सिन्नाला क्षेत्र में तेंदुए की दहशत फिर से बढ़ गई है। स्थानीय निवासियों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने और इलाके में सुरक्षा उपाय करने की मांग की है।
वन्यजीवों के हमलों से 15 लोगों की मौत
दुर्गापुर और ऊर्जानगर क्षेत्र ताडोबा जंगल के करीब हैं, जहाँ तेंदुए, बाघ और भालू जैसे जंगली जानवर अक्सर देखे जाते हैं। पिछले 3 वर्षों में, इस क्षेत्र में वन्यजीवों के हमलों में 15 लोगों की मौत हो चुकी है। तेंदुए द्वारा तीन बच्चों को उठाकर मार देने की यह चौथी घटना है। इस क्षेत्र में कचरे की समस्या भी गंभीर है, जो जंगली जानवरों को भोजन की तलाश में गाँव के करीब खींचती है।
भावेश तुराणकर की मौत ने दुर्गापुर और न्यू सिन्नाला के निवासियों को गहरे शोक में डाल दिया है। लगातार वन्यजीवों के हमलों से लोग डरे हुए हैं, और वन विभाग पर सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का दबाव बढ़ता जा रहा है।