चंद्रपुर जिले में ताडोबा जंगल से भटका एक तेंदुआ इरई नदी के किनारे होते हुए गुरुवार (5 सितंबर) की सुबह एक व्यस्त रिहायशी इलाके, बिनबा गेट में घुस गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। यह घटना सुबह लगभग 5 बजे सामने आई। घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में तेंदुआ दिखाई देने के बाद लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे स्थिति को संभालने के लिए वन विभाग और पुलिस की टीमों को तैनात करना पड़ा। सुबह 5 बजे से शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग 8 घंटे बाद दोपहर 1:30 बजे सफलतापूर्वक समाप्त हुआ, जब तेंदुए को बेहोश करके पकड़ लिया गया। पकड़े जाने के बाद, तेंदुए को चिचपल्ली स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर में ले जाया गया। यह नर तेंदुआ पूर्ण रूप से स्वस्थ और सुरक्षित है।
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तेंदुआ इलाके में ऐसे घुसा
चंद्रपुर के बिनबा गेट इलाके में बजाज पॉलिटेक्निक कॉलेज के सामने रात 3:30 बजे कुछ स्थानीय लोगों ने तेंदुए को देखा। इस घटना से भयभीत लोगों ने तुरंत अपने पड़ोसियों को इस बारे में सूचित किया। तेंदुआ बजाज पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास मच्छी नाले से होकर डॉ. आंबेडकर चौक की ओर बढ़ने लगा। लेकिन जब रास्ते में कुत्ते दिखाई दिए, तो तेंदुआ उनका पीछा करने लगा। इस दौरान इलाके के और लोग जाग गए, और सड़क पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई। इसी वजह से तेंदुआ डॉ. आंबेडकर चौक की ओर न जाकर बोबडे नामक व्यक्ति के घर के पास स्थित झाड़ियों में कूद गया। यह पूरा घटनाक्रम लोगों की आंखों के सामने घटित हुआ, और देखते ही देखते पूरे शहर में तेंदुए के घुसने की खबर फैल गई। बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। कुछ लोगों ने इस घटना की जानकारी वन विभाग और पुलिस को दी।
इसके बाद, उपवनसंरक्षक आदेश शेणगे, क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रशांत खाडे, चंद्रपुर के वनक्षेत्र अधिकारी घनश्याम नायगमकर और शहर थाना प्रभारी प्रभावती एकुरके की अगुवाई में सुबह 5 बजे ही घटनास्थल पर फोर्स तैनात कर दी गई और वन विभाग की विशेष टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन कैसे हुआ सफल
तेंदुए को बेहोश करने के लिए ट्रैंक्विलाइज़र गन का इस्तेमाल किया जाना था। लेकिन तेंदुआ जिस जगह छिपा हुआ था, वहां एक बड़ा पेड़ और आसपास झाड़ियां थीं। इसके पास ही सुरक्षा दीवार और सड़क थी, जिससे तेंदुआ कूदकर सीधे सड़क पर आ सकता था। चारों ओर बड़ी इमारतों के होने के कारण तेंदुआ कैमरों की नजर में नहीं आ रहा था। विशेष टीम के विशेषज्ञों ने झाड़ियों में जाकर तेंदुए को ट्रैक करने की कोशिश की, लेकिन सही निशाना नहीं लग पाया। इसलिए नगर निगम के वाहन को सड़क पर खड़ा करके उस पर एक सीढ़ी लगाई गई और ऊपर से कैमरे की मदद से तेंदुए को ट्रैक किया गया। विशेष टीम ने झाड़ियों में घुसकर दोपहर 1:30 बजे ट्रैंक्विलाइज़र गन से सही निशाना लगाया और तेंदुए को बेहोश किया। बेहोश होने के बाद, तेंदुए को सुरक्षित पकड़ लिया गया।
कुत्तों का पीछा करते हुए तेंदुआ सीसीटीवी में कैद
तेंदुआ सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। यह घटना देर रात करीब 12 बजे की है, जब बाघ वडगांव इलाके के स्नेहनगर में देखा गया।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, तेंदुआ सबसे पहले बिनबा गेट से होते हुए शहर में दाखिल हुआ। इसके बाद वह किदवाई स्कूल के पास गया, जहां कुछ कुत्ते थे। वहां तेंदुएं ने कुत्तों को देख उनका पीछा करना शुरू कर दिया। इस दौरान जो नजारा सामने आया, वह किदवाई स्कूल के सीसीटीवी कैमरे में पूरी तरह से कैद हो गया।
अधिकारियों का कहना है कि इस क्षेत्र में लगातार बाघों की हलचल देखी जा रही है और वन्यजीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।