सिंदेवाही के धूमनखेड़ा गांव में तेंदुए का आतंक, छह लोग घायल, आठ घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ा गया
Leopard Terror in Chandrapur : चंद्रपुर जिले के सिंदेवाही तहसील के धूमनखेड़ा गांव में एक तेंदुए के घुसने से हड़कंप मच गया। तेंदुए ने खेत और घरों में घुसकर पांच ग्रामीणों और एक वन कर्मचारी पर हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया। आपको बातदे, इससे पूर्व चंद्रपुर शहर और सिंदेवाही क्षेत्र के एक गॉंव मे घुसकर तेंदुए ने आतंक मचाया था ।
तेंदुए के हमले में छह लोग घायल, गांव में अफरा-तफरी
तेंदुए ने सबसे पहले खेत में काम कर रही एक महिला पर हमला किया। इसके बाद वह गांव में घुसकर आंगन में काम कर रही दूसरी महिला को निशाना बनाया। महिला को बचाने आए दो अन्य ग्रामीणों को भी तेंदुए ने घायल कर दिया। बाद में, तेंदुआ एक गौशाला में घुसकर छिप गया। वन विभाग को सूचना मिलते ही मौके पर टीम पहुंची, लेकिन तेंदुआ अचानक बाहर आकर वन कर्मचारी नितेश सहारे पर झपट पड़ा, जिससे वे भी घायल हो गए।
आठ घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन, तेंदुए को किया गया बेहोश
वन विभाग की टीम ने गांव में जाल बिछाकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह काफी आक्रामक था। अंततः गौशाला को टिन की चादरों से ढककर तेंदुए को बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया और उसे सुरक्षित पिंजरे में डाल लिया गया। इस पूरे अभियान में करीब आठ घंटे लग गए।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
हमले में घायल हुए ग्रामीणों को पहले नवारगांव प्राथमिक अस्पताल ले जाया गया, फिर गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सिंदेवाही ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों की पहचान सुषमा बंसोड़, देवानंद बंसोड़, चंद्रभान बंसोड़, जयश्री बंसोड़ और रवि शेंडे के रूप में हुई है।
ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
तेंदुए के पकड़ में आने के बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली। इस घटना के बाद इलाके में वन विभाग की टीमें सतर्क हो गई हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
