Maharashtra Chandrapur District Assembly Elections | Dr. Chetan Khutemate Supported by Youth Street Theatre, 40 Progressive Organizations Endorse Dr. Abhilasha Gaoture
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चाहे कोरोना काल रहा हो या कोई संकट की स्थिति। अमूमन बीते अनेक वर्षों से देखा गया है कि डॉ. चेतन खुटेमाटे और डॉ. अभिलाषा गावतूरे अपने गरीब मरीजों को विशेष सहूलियत अथवा फीस माफ कर उनकी सेवा करते आये हैं। कोरोना काल में नि:शुल्क सेवा देने के लिए वे मशहूर हुए। साथ ही अनेक सामाजिक संगठनों के साथ जुड़कर सामाजिक आयोजनों में उनकी सहभागिता प्रमुखता से रही है। शायद यही वजह है कि जिले में उक्त दोनों डॉक्टरों के विधानसभा चुनावी मैदान में उतरने के बाद इन्हें विविध स्तर पर सामाजिक संगठनों, युवाओं तथा प्रगतिशील विचारधारा रखने वाले समाजसेवियों का भारी समर्थन मिल रहा है। उक्त दोनों डॉक्टर उम्मीदवार निर्दलीय होने के कारण उनके अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय राजनीतिक दल कांग्रेस एवं भाजपा के उम्मीदवारों की परेशानियां बढ़ गई है। दोनों समाजसेवी डॉक्टरों की ओर से मिल रही टक्कर राजनीतिक दलों के वोटों की बिसात को पलट सकती है।
डॉक्टर
डॉक्टर खुटेमाटे के लिए प्रतिदिन युवाओं का पथनाट्य
वरोरा-भद्रावती विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे और सामाजिक कार्यों में हमेशा सक्रिय रहने वाले डॉ. चेतन खुटेमाटे की प्रचार मुहिम गाँव-गाँव में तेज़ी से चल रही है। यह अभियान पथनाट्य (सड़क नाटकों) और युवा वक्ताओं के माध्यम से संचालित हो रहा है, और प्रतिदिन 20 से 22 गांवों का दौरा किया जा रहा है, जिससे उनकी प्रचार मुहिम में तेजी आती दिखाई दे रही है। वरोरा-भद्रावती विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. चेतन खुटेमाटे का ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रचार अभियान ने गति पकड़ ली है। डॉ. खुटेमाटे गाँव-गाँव और घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं। उनके प्रचार में कार्यकर्ता और नागरिक उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं। इस मुहिम में पथनाट्य और युवा वक्ताओं के ज़रिए प्रतिदिन 20 से 22 गांवों का दौरा हो रहा है। इसके साथ ही, महाराष्ट्र के प्रसिद्ध वक्ता दिलीप सोळंके और प्रो. दिलीप चौधरी द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कॉर्नर मीटिंग्स (कोने सभाओं) का आयोजन किया जा रहा है। इन सभाओं के माध्यम से लोगों को डॉ. चेतन खुटेमाटे के चुनावी घोषणापत्र और उनके द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी जा रही है। जहां अन्य उम्मीदवार केवल घर-घर संपर्क अभियान पर ध्यान दे रहे हैं, वहीं डॉ. चेतन खुटेमाटे के समर्थन में कॉर्नर सभाओं का एक बड़ा समूह मैदान में उतरा है, इससे यह चुनाव और भी दिलचस्प और प्रतिस्पर्धात्मक बन गया है।
डॉक्टर गावतूरे के समर्थन में 40 सामाजिक संगठन मैदान में
बल्लारपुर विधानसभा क्षेत्र की निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. अभिलाषा गावतुरे केवल एक प्रत्याशी नहीं हैं, बल्कि फुले, शाहू और आंबेडकरी विचारधारा का प्रतिनिधित्व करती हैं। उनके जीतने का मतलब केवल उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं होगा, बल्कि यह उन महापुरुषों द्वारा चलाए गए आंदोलनों की सफलता मानी जाएगी। यह विचार ओबीसी सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष इंजीनियर प्रदीप ढोबले ने व्यक्त किया। चंद्रपुर के यंग रेस्टॉरेंट में डॉ. अभिलाषा गावतुरे के समर्थन में 40 प्रगतिशील संगठनों की एक चिंतन बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर वे मुख्य मार्गदर्शक के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि डॉ. अभिलाषा गावतुरे की लड़ाई पूंजी शक्ति के खिलाफ जन शक्ति की है। यदि यहां दलित, आदिवासी, ओबीसी, किसान और मजदूर जैसे बहुसंख्यक वर्ग एकजुट होते हैं, तो पूंजी शक्ति हार जाएगी और जन शक्ति की ही विजय होगी, यह आशा भी उन्होंने व्यक्त की। इस चिंतन बैठक में वरिष्ठ प्रगतिशील विचारक हिराचंद बोरकुटे, भूमिपुत्र ब्रिगेड के मार्गदर्शक डॉ. राकेश गावतुरे, ओबीसी सेवा संघ के विलास माथनकर, अखिल भारतीय माळी महासंघ के जिलाध्यक्ष डॉ. सचिन भेदे सहित अन्य संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।