Maharashtra’s Shortest Female Candidate, Tara Kale, Challenges 17 Contenders in Warora-Bhadrawati Assembly Constituency : एक सुप्रसिद्ध महिला जिनका कद महज 3 फीट और 4 इंच है। तारा महादेव काले नामक 61 वर्षीय यह बुजुर्ग महिला समूचे महाराष्ट्र में सभी प्रत्याशियों के मुकाबले में सबसे कम कद वाली महिला प्रत्याशी हैं। लेकिन वे बीते 7 विधानसभा चुनावों में सभी प्रत्याशियों को टक्कर देती आ रही है। इस बार वे 8वां चुनाव लड़ने जा रही है। वर्तमान में वरोरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कद कम, लेकिन हौसले बुलंद और विकास की दूरदृष्टि को लेकर तारा काले अपने दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास के साथ 17 प्रत्याशियों को टक्कर देने के लिए चुनावी जंग लड़ रही हैं।
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ज्ञात हो कि नामांकन प्रक्रिया में नाम वापसी के बाद इस समय वरोरा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 18 उम्मीदवारों का चुनावी प्रचार शुरू हो चुका हैं। इनमें प्रवीण सुरेश काकडे (भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस), करण संजय देवतले (भारतीय जनता पार्टी), अहेतेशाम सदाकत अली (प्रहार जनशक्ति), अनिल नारायण धानोरकर (वंचित बहुजन आघाडी), डॉ. चेतन गजानन खुटेमाटे (निर्दलीय), मुकेश मनोज जिवतोडे (निर्दलीय), विनोद कवडूजी खोब्रागडे (निर्दलीय), राजू मारोती गायकवाड (निर्दलीय), श्रीकृष्ण धुमदेव दडमल (निर्दलीय), मुनेश्वर बापूराव बदखल (निर्दलीय), प्रवीण मनोहर खैरे (निर्दलीय), सुभाष जगन्नाथ ठेंगणे (निर्दलीय), अतुल ईश्वर वानकर (निर्दलीय), सागर अनिल वरघणे (बहुजन समाज पक्ष), सेवकदास कवडूजी बरके (पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया, डेमोक्रेटिक), डॉ. जयवंत काकडे(ब. रि. सोशालिस्ट), तथा तारा महादेवराव काले का समावेश है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक अद्वितीय उम्मीदवार के रूप में, 61 वर्षीय तारा महादेव काले वरोरा-भद्रावती विधानसभा क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। केवल 3 फुट 4 इंच की ऊंचाई वाली तारा काले राज्य की सबसे कम ऊंचाई वाली उम्मीदवार मानी जाती हैं, और यह उनका आखिरी चुनाव होगा, ऐसा उन्होंने खुद कहा है।
कड़ी चुनौतियों के बावजूद दृढ़ संकल्पित तारा काले
तारा काले इससे पहले भी सात बार चुनाव लड़ चुकी हैं। 1994 की विधानसभा चुनाव में उन्हें अब तक का सर्वाधिक समर्थन मिला था, जब उन्हें लगभग 6,000 वोट मिले थे। अपनी छोटी ऊंचाई के कारण उन्हें चुनाव प्रचार में कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लेकिन इससे उनकी आत्मशक्ति पर कोई असर नहीं पड़ा, और हर बार वे आत्मविश्वास के साथ चुनावी मैदान में उतरी हैं।
जनकल्याण और महिला सशक्तिकरण पर तारा का विशेष जोर
तारा काले ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में स्पष्ट रूप से वादा किया है कि यदि वे चुनी जाती हैं तो वे जनकल्याण की सभी योजनाओं को जरुरतमंदों तक पहुंचाने का कार्य करेंगी। उन्होंने महिलाओं पर होने वाले अत्याचार, शोषण, और संपत्ति की जबरन हड़प पर अंकुश लगाने का संकल्प लिया है। तारा काले ने कहा है कि वे महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए अंत तक संघर्ष करती रहेंगी। तारा काले का यह संघर्ष और उनका समाज के प्रति योगदान प्रेरणादायक है।