“हमसे का भूल हुई जो ये सजा हमका मिली” राजेश खन्ना का यह गीत आज BJP के नेता वैभव पिंपळशेंडे शायद गुनगुना रहे होंगे। यह वही वैभव है जो कल तक अपने सोशल मीडिया अकाउंट से BJP के अनेक दिग्गज नेताओं के साथ खिंचाएं फोटो को हर समय वायरल कर अपनी भाजपा निष्ठा को जाहिर किया करते थे।
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इधर, लोकसभा चुनाव में सुधीर मुनगंटीवार की हार को भाजपा अभी तक भूल नहीं पाई है। हार के कारणों की समीक्षा करते समय, पार्टी के नेताओं द्वारा किए गए विरोधी कार्य एक प्रमुख कारण बताया गया है। ऐसे लोगों की सूची बनाने का काम शुरू हो गया है। इसी बीच, कल 2 अगस्त को सुधीर मुनगंटीवार के विधानसभा क्षेत्र के भाजपा नेता, भाजयुमो के जिला सचिव इंजीनियर वैभव पिंपळशेंडे को पद से निष्कासित कर दिया गया। साथ ही उन्हें भारतीय जनता पार्टी से भी निष्कासित कर दिया गया। भाजयुमो के जिलाध्यक्ष महेश देवकते ने इस संबंध में एक पत्र जारी किया। पिंपळशेंडे पर विपक्षी पार्टी की बैठक और आंदोलन में सक्रिय भाग लेने का आरोप लगाया गया। सच बात तो यह है कि बीते अनेक दिनों से पोंभूर्णा के 15 गांवों में पेयजल संकट गंभीर हुआ। इस समस्या को हल करने वैभव भी सक्रिय हुवे। शिवसेना जिला प्रमुख संदीप गिरहे के आंदोलन में शरीक हुवे। पेयजल का हक मांगना अब वैभव को महंगा पड़ गया।
क्या था कारण ?
राज्य के वन, संस्कृतिक, मत्स्यव्यवसाय मंत्री सुधीर मुनगंटीवार बल्लारपूर विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व करते हैं। इस क्षेत्र में पोंभूर्णा तालुका आता है। पोंभूर्णा में मुनगंटीवार ने बड़े पैमाने पर विकास कार्य किए हैं, लेकिन विरोधियों द्वारा उन पर केवल इमारतें बनाने का आरोप लगातार लगाया जा रहा है। ऐसे में पोंभूर्णा तालुका की ग्रिड पानी आपूर्ति योजना शुरू नहीं की गई। परिणामस्वरूप 15 गांवों के लोगों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है। इस मांग को लेकर इंजीनियर वैभव पिंपळशेंडे ने प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा था। इस दौरान शिवसैनिकों ने अधिकारियों के ऊपर गंदा पानी फेंक दिया और कार्यालय में मटके भी तोड़े। राज्य के मंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में लोगों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है, यह मुद्दा काफी चर्चा में रहा। पानी के मुद्दे पर किए गए आंदोलन में भाजपा के इंजीनियर वैभव पिंपळशेंडे ने भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। इसी को आधार बनाकर अब उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया।
आखिर कौन हैं वैभव पिपंळशेंडे!
वैभव पिपंळशेंडे पोंभुर्णा तालुका के चेकठाणेवासना के निवासी हैं। उन्होंने नागपुर से इंजीनियरिंग और पुणे से एमबीए किया है। उन्होंने दो साल मुंबई में नौकरी की, उसके बाद वे अपने गाँव लौट आए। पिछले कई वर्षों से उन्होंने विभिन्न सामाजिक कार्य किए हैं। उन्होंने क्षेत्र के कई गाँवों के जरूरतमंदों को घर दिलवाया। इसके बाद वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर सक्रिय राजनीति में आ गए। भाजपा के युवा चेहरे के रूप में, उनके काम को देखते हुए पार्टी ने उन्हें भाजमुयो के जिला सचिव के पद पर नियुक्त किया। पिछले एक साल से वे इस पद पर कार्यरत थे।
हां, अगर यह अपराध है तो मैं इसे बार-बार करूंगा!
पोभुर्णा तालुका में पीने के पानी की समस्या गंभीर हो गई है। तीस करोड़ रुपये की योजना शुरू नहीं की गई है, जिससे पंद्रह गांवों के हजारों नागरिकों को डेढ़ महीने से गंदा पानी पीना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में हमने इस मुद्दे को उठाया और प्रशासन को ज्ञापन दिया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। ऐसी स्थिति में आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं था। जनता की समस्याओं को हल करने के लिए हम सड़क पर उतरे। अगर यह पार्टी को अपराध लगता है, तो मैं ऐसे अपराध बार-बार करूंगा। वैभव पिंपळशेंडे ने कहा। उन्होंने कहा कि नेताओं को चाटुकार नेता और कार्यकर्ता चाहिए, और अच्छे कार्यकर्ताओं के पंख काटने का यह प्रयास है। तालुका की जनता हमारे लिए महत्वपूर्ण है और उनकी न्यायपूर्ण मांगों के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
सोशल मीडिया पर भी चर्चा
भाजपा के जिला सचिव इंजीनियर वैभव पिंपळशेंडे को पार्टी से निष्कासित करने के मुद्दे पर अब सोशल मीडिया पर चर्चाएं हो रही हैं। भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता पिंपळशेंडे के खिलाफ बोल रहे हैं। वहीं, पिंपळशेंडे के समर्थन में भी उनकी टीम सामने आई है। हालांकि उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है, लेकिन उनके समर्थक उन्हें कह रहे हैं कि आप अपनी लड़ाई जारी रखें, हम आपके साथ हैं।
