रेलवे टिकट, एटीएम शुल्क, पैन कार्ड नियम और गैस सिलेंडर की कीमतों में भारी इजाफा; सांसद धानोरकर ने केंद्र को दी चेतावनी – “जनता पर जुल्म बंद करो, वरना होगा उग्र आंदोलन”
Modi Government Has Increased the Common Man’s Troubles: 1 जुलाई से देशभर में रेलवे टिकट, एटीएम लेन-देन, पैन कार्ड नियमों और रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में एकसाथ की गई भारी वृद्धि ने आम नागरिकों की कमर तोड़ दी है। केंद्र सरकार के इस कदम ने महंगाई की मार झेल रही जनता को और गहरे संकट में धकेल दिया है।
इसी मुद्दे पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और चंद्रपुर की सांसद प्रतिभा धानोरकर ने मोदी सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए फैसलों को जनविरोधी और अमानवीय करार दिया है। उन्होंने इन सभी बढ़ोतरी को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार ने कदम नहीं पीछे हटाए, तो कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल जनता के साथ मिलकर सड़कों पर उग्र आंदोलन छेड़ेंगे।
प्रमुख बिंदु – धानोरकर का केंद्र पर सीधा हमला:
🔹 रेलवे टिकट पर बोझ:
“रेलवे आम आदमी का प्रमुख यात्रा साधन है। तत्काल टिकट नियमों में बदलाव और ओटीपी जैसी जटिलताएं खासकर ग्रामीण यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनेंगी।”
🔹 एटीएम शुल्क में वृद्धि:
“डिजिटल इंडिया के नाम पर एटीएम से पैसे निकालने पर बढ़ा हुआ शुल्क सिर्फ बैंकों और कंपनियों को फायदा पहुंचाएगा, जबकि आम जनता की जेब कटेगी।”
🔹 पैन कार्ड के नए नियम:
“पैन के लिए आधार की अनिवार्यता और नए नियम सुविधा नहीं, अव्यवस्था और अतिरिक्त बोझ हैं।”
🔹 गैस सिलेंडर महंगा:
“हर महीने गृहिणियों के बजट पर महंगाई की तलवार लटकाना असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।”
धानोरकर का बड़ा आरोप:
“यह सरकार अब सिर्फ पूंजीपतियों की सेवा में लगी है। ‘अच्छे दिन’ का सपना दिखाने वालों ने आज देश को महंगाई के दलदल में धकेल दिया है।” उन्होंने मोदी सरकार से तत्काल सभी बढ़ोतरी वापस लेने की मांग की और कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो विपक्ष जनांदोलन करेगा।
यह बयान आने वाले दिनों में महाराष्ट्र सहित देश की राजनीति में उबाल ला सकता है। केंद्र की नीतियों पर विपक्ष का आक्रामक रुख आगामी विधानसभा चुनावों से पहले महंगाई को मुख्य चुनावी मुद्दा बना सकता है। खासकर ग्रामीण और मध्यमवर्गीय मतदाताओं पर इसका सीधा असर पड़ सकता है।
