चंद्रपूर को जाम से निजात दिलाने की पहल: सांसद प्रतिभा धानोरकर ने गडकरी से मांगा बायपास रोड का समाधान
शहर की जानलेवा ट्रैफिक समस्या पर सांसद ने दिखाई सक्रियता, NH-930 और NH-930D के बीच वैकल्पिक मार्ग की मांग
चंद्रपूर, एक उभरता हुआ शहर, औद्योगिक और शैक्षणिक गतिविधियों के साथ अब यातायात के गंभीर दबाव में है। यहां की सड़कों पर रोज़ाना हजारों बाहरी और भारी वाहन गुजरते हैं, जिससे भीषण ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की घटनाएं आम हो गई हैं।
इस चुनौती का सामना करते हुए चंद्रपूर की लोकसभा सांसद प्रतिभा धानोरकर ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर बायपास मार्ग की मांग की है।
मुख्य माँग: NH 930 से NH 930D तक शहर से बाहर निकले यातायात
मौजूदा स्थिति:
वर्तमान में NH-930 और NH-930D को जोड़नेवाला कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है, जिससे गडचिरोली, तेलंगाना, यवतमाल, नागपुर और वर्धा जैसे इलाकों की गाड़ियाँ सीधे चंद्रपूर शहर के बीच से गुजरती हैं।
परिणाम:
ट्रैफिक जाम से अस्पताल, स्कूल और ऑफिस समय पर नहीं पहुंच पाते।
दुर्घटनाओं का आंकड़ा चिंताजनक रूप से बढ़ गया है।
आम जनता को शारीरिक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
प्रस्तावित समाधान:
सांसद धानोरकर ने पडोली फाटा से लेकर शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय तक एक बायपास मार्ग के निर्माण की सिफारिश की है, जिससे NH 930 और NH 930D के वाहनों को शहर के बाहरी हिस्से से ही डायवर्ट किया जा सके।
प्रस्ताव के पीछे सांसद की मंशा
प्रतिभा धानोरकर ने पत्र में इस बात पर ज़ोर दिया है कि:
यह बायपास केवल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, बल्कि जनसुरक्षा का मार्ग है।
चंद्रपूर के समग्र विकास के लिए ट्रैफिक नियंत्रण अति आवश्यक है।
नागरिकों को अधिकार है कि वे दुर्घटनाओं और प्रदूषण से सुरक्षित जीवन जी सकें।
लाभ:
भारी वाहनों का शहर में प्रवेश रोका जा सकेगा
प्रदूषण और ध्वनि स्तर में गिरावट
ट्रैफिक व्यवस्था को मिलेगा संतुलन
दुर्घटनाओं में संभावित कमी
जनता की राहत बनाम प्रशासन की तत्परता
इस बायपास योजना में चंद्रपूर की भविष्य की यातायात सुरक्षा और शहरी सुव्यवस्था निहित है। सांसद प्रतिभा धानोरकर की यह पहल न केवल समस्याओं की ओर इशारा करती है, बल्कि एक स्पष्ट और व्यावहारिक समाधान भी प्रस्तुत करती है।
अब नज़रें इस पर टिकी हैं कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस पर कितनी शीघ्र कार्रवाई करते हैं। यदि यह प्रस्ताव स्वीकृत होता है, तो यह चंद्रपूरवासियों के लिए एक बड़ी राहत होगी।
