गरीब और अनाथ बच्चों की सहायता के लिए ‘नाते आपुलकीचे’ संस्था ने 7 महीने के बीमार बच्चे के उपचार हेतु 51 हजार रुपये का धनादेश सौंपा
समाज के गरीब, अनाथ और ज़रूरतमंदों की मदद करने के लिए ‘नाते आपुलकीचे’ संस्था हमेशा तत्पर रही है। इसी कड़ी में वरोरा के रा.चोरा क्षेत्र के 7 महीने के कु. वेधू प्रदीप शेंडामे के उपचार के लिए इस संस्था ने समाज के कुछ दानदाताओं की सहायता से 51 हजार रुपये का धनादेश उनके परिवार को सौंपा है।
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कु. वेधू को गंभीर अन्ननलिका (ईसोफैगस) की बीमारी है, जिसके कारण उसके परिवार को भारी चिकित्सा खर्च उठाना पड़ा है। चंद्रपुर के डॉ. पालिवाल के अस्पताल में वेधू पर दो बार सर्जरी हुई, लेकिन आशा के अनुसार सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उसे नागपुर के श्रीधा अस्पताल में रेफर किया गया, जहां भी दो सर्जरी की गईं।
वेधू के पिता ने अपनी जमा-पूंजी और कर्ज लेकर अब तक 4-5 लाख रुपये खर्च किए हैं। आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण आखिरकार उन्हें समाज से मदद मांगनी पड़ी। इस मुश्किल घड़ी में ‘नाते आपुलकीचे’ संस्था और समाज के कुछ दानदाताओं ने आगे बढ़कर मदद की।
संस्था की ओर से 51 हजार रुपये का धनादेश कु. वेधू के परिवार को सौंपा गया। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष संतोष ताजने, सचिव प्रमोद ऊरकुडे, उपाध्यक्ष किसन नागरकर, कोषाध्यक्ष जयंत देठे सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। परिवार ने इस मदद के लिए संस्था और दाताओं का आभार व्यक्त किया।
समाज सेवा में ‘नाते आपुलकीचे’ संस्था का योगदान
‘नाते आपुलकीचे’ संस्था का उद्देश्य समाज के गरीब, अनाथ और जरूरतमंद बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सहायता करना है। यह संस्था हमेशा ऐसे लोगों की मदद के लिए तत्पर रहती है, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। समाज के दानदाताओं और संस्था के सदस्यों के सहयोग से इस तरह की पहल लगातार की जाती है, ताकि जरूरतमंदों को समय पर मदद मिल सके।