नागपुर के सदर पुलिस थाने के तहत एक राष्ट्रीय अख़बार (DB) के नागपुर सिटी निवासी संपादक द्वारा 10 लाख रुपयों की फिरौती मांगने और उसकी प्रथम किश्त के रूप में राशि वसूल करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को धर-दबोचा। पत्रकारिता को शर्मसार करने वाली यह वारदात VCA ग्राउंड स्थित एक आइसक्रिम की दूकान में उजागर हुई। फरियादी की शिकायत यहां पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी निवासी संपादक सुनील हजारी को गिरफ्तार किया। पुलिस की इस कार्रवाई से नागपुर समेत विदर्भ की पत्रकारिता जगत में खलबली मच गई है।
इस संदर्भ में WH NEWS नामक डीजिटल मीडिया की वेबसाइट ने पुलिस के हवाले से दावा किया है कि देश का सबसे विश्वसनीय और नंबर वन अख़बार कहलवाने वाले एक बड़े हिंदी राष्ट्रीय अख़बार के नागपुर सिटी के निवासी संपादक सुनील हजारी (44 वर्ष) पर 10 लाख रुपयों की फिरौती मांगने का आरोप फरियादी धनराज उर्फ टिटू साधूराम शर्मा (55 वर्ष) ने लगाया। सदर पुलिस की अपराध शाखा ने नागपुर के एसटी बस स्टैंड परिसर के राहुल रेसिडेंसी निवासी आरोपी सुनील हजार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है।
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WH NEWS अपने पाठकों को बताते हैं कि नागपुर के सुगत नगर, बाबादीप सिंह नगर निवासी धनराज शर्मा यह RTO एजेंट हैं, जिन्हें DB के सिटी निवासी संपादक सुनील हजारी बीते 3 माह से खबर लगाने की धमकी देकर पैसों की उगाही कर रहे थे। RTO को लेकर हजारी ने खबर प्रकाशित की थी, जिसमें कुछ अधिकारियों का निलंबन हुआ था। इसी प्रकरण में एजेंट शर्मा का नाम खबर में छापने की धमकी देकर आरोपी हजारी 10 लाख रुपये की फिरौती मांग रहा था। 7 लाख रुपयों में सौदा तय हुआ। 28 अगस्त को मेडिकल चौकर में फरियादी ने एक लाख रुपये हजारी को दिये। इसके पश्चात फरियादी ने तंग आकर पुलिस को इसकी सूचना दी। 29 अगस्त को दोपहर ढ़ाई बजे के दौरान VCA ग्राउंड स्थित एक आइसक्रिम दूकान में फरियादी से पैसे लेने आरोपी हजारी पहुंचा। पुलिस ने जाल बिछाया और फिरौती मांगने वाले हजारी को 80 हजार लेते हुए तथा 20 हजार रुपये की डिमांड करते हुए धर-दबोचा। वारदात स्थल पर पुलिस ने पंचनामा कर आरोपी को सदर थाने ले गये। आरोपी के खिलाफ धारा 308 (2) के तहत अपराध दर्ज गिरफ्तार कर लिया। यह खबर शहर में हवा की तरह फैल गई। लेकिन सदर थाने के PI मनीष ठाकरे ने किसी के दबाव में न आकर कार्रवाई की। नागपुर शहर का यह प्रथम प्रकरण है, जिसमें बड़े अख़बार के निवासी संपादक पर अपराध दर्ज हुआ है।
WH NEWS के सूत्रों का दावा है कि आरोपी सुनील हजारी ने और भी पांच-छह लोगों से इसी तरह से धमकाकर फिरौती ली है। पीड़ित यदि आगे आकर सूचना दें तो और पुलिस जांच की जाएं तो और भी मामले दर्ज हो सकते है। आरोपी हजारी वर्ष 2017 में नागपुर आया और यहां DB का धौंस बताकर करोड़ों का बंगला खरीदने की जानकारी है। आखिर इतनी संपत्ति कैसे इकठ्ठा की गई, इसकी जांच हुई तो सुनील हजारी की अड़चनें बढ़ सकती है।