दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए भारत-न्यूजीलैंड क्रिकेट मैच के फाइनल के दौरान ऑनलाइन सट्टेबाजी का बड़ा खुलासा हुआ है। चंद्रपुर की स्थानीय अपराध शाखा ने एक गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर तीन सटोरियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 9 मार्च 2025 को कस्तूरबा रोड स्थित होटल व्यंकटेश में की गई। पुलिस ने सट्टेबाजी में उपयोग किए गए विभिन्न बैंक खातों में से लगभग 60 लाख रुपये की राशि फ्रीज कर दी है। इस घटना के बाद चंद्रपुर में हड़कंप मच गया है।
गिरफ्तार आरोपी और कार्रवाई का विवरण
गिरफ्तार आरोपियों के नाम पारस दादाराव उखाड़े, अविनाश नारायण हांडे और राकेश अरुण कोंडावार हैं, जो सभी चंद्रपुर के निवासी हैं। स्थानीय अपराध शाखा को सूचना मिली थी कि होटल व्यंकटेश (फ्रेंड्स बार एंड रेस्टोरेंट, नायडू चेंबर) में कुछ लोग ऑनलाइन सट्टेबाजी कर रहे हैं। इस पर पुलिस ने छापा मारा और तीनों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी alipanelexch.com, nice7777.fun और nice.45-tech जैसी ऑनलाइन बेटिंग साइट्स के जरिए क्रिकेट मैचों पर सट्टा लगवा रहे थे। उनके पास से 5 मोबाइल फोन (कीमत 1.25 लाख रुपये), नकद 26,700 रुपये, एक टीवी और अन्य सामान (मूल्य 25,000 रुपये) सहित कुल 1.76 लाख रुपये का सामान जब्त किया गया है।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास और बैंक खातों की जांच
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी पहले भी ऑनलाइन सट्टेबाजी में लिप्त थे और उनके खिलाफ पहले से भी मामले दर्ज हैं। वे लोगों को बेटिंग आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराकर ऑनलाइन सट्टेबाजी करवाते थे और पैसों का लेन-देन विभिन्न बैंक खातों के जरिए करते थे। अब तक 38 अलग-अलग बैंक खातों का उपयोग करने की जानकारी मिली है, जिनमें से कुछ अन्य राज्यों के बैंक खातों से जुड़े हुए हैं।
जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी अंतरराष्ट्रीय नंबरों के साथ भी संपर्क में थे और लाखों रुपये की सट्टेबाजी से जुड़े चैट मिले हैं। इसके चलते पुलिस इन खातों को खंगाल रही है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है।
साइबर पुलिस की मदद से जांच जारी
चंद्रपुर, नागपुर, यवतमाल, गढ़चिरौली और अन्य शहरों के लोग भी इस सट्टेबाजी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। साइबर पुलिस की मदद से आरोपियों के मोबाइल फोन की गहन जांच की जा रही है। इसके अलावा, allpanelexch.com, nice7777.fun और nice.45-tech जैसी सट्टेबाजी वेबसाइटों के संचालकों की भी पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में बड़ी कार्रवाई
इस कार्रवाई का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन और अपर पुलिस अधीक्षक रीना जनबंधु के मार्गदर्शन में किया गया। स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक अमोल काचोरे, सहायक पुलिस निरीक्षक बलराम झाड़ोकार, उपनिरीक्षक संतोष निंभोरकर, हेड कांस्टेबल गणेश मोहुर्ले, संतोष येलपुलवार, नितिन रायपुरे, अमोल सावे और मिलिंद जांभुळे ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी का यह मामला बताता है कि कैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग कर अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर इस गिरोह का पर्दाफाश किया है, लेकिन इस रैकेट के पीछे के असली मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए आगे की जांच जारी है। इस तरह के मामलों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को कड़ी निगरानी बनाए रखनी होगी और आम नागरिकों को भी सतर्क रहना होगा ताकि वे इस तरह के जाल में न फंसें।
