चंद्रपुर जिले के ‘स्मार्ट ग्राम’ के रूप में पहचान बनाने वाले घुग्घुस समीपस्त पांढरकवड़ा गांव में रविवार तड़के करीब 4:30 बजे हुई एटीएम चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम को अज्ञात चोरों ने गैस कटर से काटकर करीब 10 लाख रुपए से अधिक की नकदी उड़ाई और मौके से फरार हो गए।
वारदात का तरीका: कैमरे बंद, बिजली गुल
सूत्रों के मुताबिक, चोर बोलेरो वाहन से घटनास्थल पर पहुंचे। वारदात को अंजाम देने से पहले उन्होंने एटीएम कक्ष के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों पर स्प्रे कर उन्हें निष्क्रिय किया और फिर बिजली आपूर्ति बंद कर दी। इसके बाद गैस कटर से मशीन काटकर पूरी तिजोरी साफ कर दी। वारदात के बाद चोर फरार हो गए।
‘स्मार्ट ग्राम’ की सुरक्षा पर सवाल
2018 में पांढरकवड़ा ग्राम पंचायत ने गांव की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। राज्य सरकार ने इस पहल के लिए पांढरकवड़ा को ‘स्मार्ट ग्राम’ का पुरस्कार भी दिया था। इसके बावजूद एटीएम पर हुई यह वारदात न केवल ग्राम पंचायत बल्कि पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। नागरिकों ने आश्चर्य जताया कि एटीएम से कुछ ही दूरी पर पंचायत द्वारा लगाए गए हाई-टेक कैमरे मौजूद हैं, फिर भी चोरों की पहचान नहीं हो पाई।
घुग्घुस पुलिस और एलसीबी की जांच तेज
जांच अधिकारी प्रफुल डाहुले ने बताया कि चंद्रपुर एलसीबी और घुग्घुस पुलिस की चार टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आरोपी जल्द ही चोरों को दबोचा जाएगा। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
नागरिकों का आक्रोश और बैंक प्रबंधन पर सवाल
स्थानीय नागरिकों ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि कुछ वर्ष पूर्व भी इसी एटीएम को तोड़ा गया था, लेकिन बैंक प्रबंधन ने न तो सुरक्षा गार्ड की तैनाती की और न ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। इससे चोरों को फिर से वारदात का मौका मिला। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क किनारे बिना गार्ड के छोड़े गए एटीएम को “राम भरोसे” नहीं छोड़ा जा सकता।
अब निगाहें पुलिस पर
अब सबकी निगाहें पुलिस की कार्रवाई पर हैं कि आखिरकार यह गिरोह कब पकड़ा जाता है और बैंक प्रबंधन इस घटना से सबक लेकर क्या ठोस कदम उठाता है।
