100 करोड़ की पुरानी और 506 करोड़ की नई भूमिगत गटर योजना में घोटाले की जांच की मांग
चंद्रपुर महानगरपालिका में 100 करोड़ रुपये की पुरानी भूमिगत गटर योजना, 506 करोड़ रुपये की नई भूमिगत गटर योजना और 234 करोड़ रुपये की पहली अमृत जल आपूर्ति योजना में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनविकास सेना के संस्थापक अध्यक्ष व पूर्व नगरसेवक पप्पू देशमुख ने अनोखा प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर 30 जनवरी 2025 को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी चौक पर एक गड्ढे में बैठकर आंदोलन किया।
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48 घंटे में जांच का अल्टीमेटम
आंदोलन समाप्त होने के बाद, जनविकास सेना ने अतिरिक्त जिलाधिकारी सुभाष चौधरी को एक ज्ञापन सौंपकर 48 घंटे में भ्रष्टाचार की जांच शुरू करने की लिखित गारंटी देने की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि समय सीमा के भीतर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो महानगरपालिका के खिलाफ तीव्र जनआंदोलन छेड़ा जाएगा।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जुटे अनेक संगठन और नेता
इस आंदोलन को विभिन्न संगठनों और नेताओं का समर्थन मिला। आंदोलन में अखिल भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीन खोब्रागडे, पूर्व नगरसेवक दीपक जयस्वाल, राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के सचिन राजूरकर, सामाजिक कार्यकर्ता नितीन बनसोड, कुशाबराव कायरकर, किशोर जामदार, दिलीप होरे, कुसुमताई उदार, सुरेश विधाते, अरुण भेलके, मतीन शेख, ताहिर शेख, दिलीप कठाणे, लक्ष्मीकांत राजूरकर, प्रवीण चवरे, सचिन भिलकर, अविनाश आंबेकर, नागेश डोरलीकर, अरुण देऊरकर, विलास माथने, विठ्ठलराव घुमडे, नवनाथ देरकर और अश्विन खोब्रागडे सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी
जनविकास सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्रशासन ने 48 घंटे के भीतर भ्रष्टाचार के मामलों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित नहीं की, तो वे चंद्रपुर शहर में बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। पप्पू देशमुख के इस अनोखे आंदोलन ने नगरवासियों का ध्यान खींचा और प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है।