चंद्रपुर जिले के पोंभूर्णा तालुका क्रीड़ा संकुल में 20 लाख रुपये की लागत से मैदान विकसित करने के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। ठेकेदार ने बिना कोई कार्य किए सरकारी फंड का दुरुपयोग कर मैदान के विकास कार्य को पूरा हुआ बताकर बोर्ड लगा दिया। इस घोटाले को सार्वजनिक बांधकाम विभाग क्रमांक 2 की मिलीभगत से अंजाम देने का आरोप लगाया जा रहा है।
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कैसे हुआ यह घोटाला?
पोंभूर्णा तालुका क्रीड़ा संकुल में महाराष्ट्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी नागरिकों तक पहुंचाने के लिए 1 अक्टूबर को राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन की उपस्थिति में एक आदिवासी मेळावा आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा कारणों से क्रीड़ा संकुल में कई बदलाव किए गए थे।
सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर क्रीड़ा संकुल की सुरक्षा दीवारें तोड़ दी गईं। फुटबॉल ग्राउंड, बास्केटबॉल कोर्ट, एथलेटिक्स ट्रैक और व्यायाम के उपकरण हटा दिए गए। इस तोड़फोड़ से मैदान और वहां की मूल संरचना को भारी नुकसान पहुंचा।
राज्यपाल के दौरे के बाद इस मैदान की मरम्मत और विकास कार्य के लिए 2024-25 की जिला वार्षिक योजना के तहत 20 लाख रुपये की प्रशासनिक मंजूरी दी गई। यह काम चंद्रपुर की ठेकेदार कंपनी क्रांती राज कारागीर और रंकम एम.एस.एस. को सौंपा गया।
13 दिनों में बिना काम किए पूरा हुआ 20 लाख का प्रोजेक्ट!
सबसे बड़ा झटका तब लगा जब नागरिकों ने देखा कि मैदान का कोई विकास कार्य नहीं हुआ, लेकिन वहां एक फलक (बोर्ड) लगा दिया गया, जिस पर लिखा था कि 20 लाख रुपये का कार्य महज 13 दिनों में पूरा कर लिया गया।
◊ न धावपट्टी बनाई गई, ◊ न फुटबॉल या बास्केटबॉल ग्राउंड को सुधारा गया, ◊ न ही व्यायाम उपकरण दोबारा स्थापित किए गया
इसके बावजूद, सरकारी कागजों में यह प्रोजेक्ट पूरा दिखाकर भुगतान की प्रक्रिया चालू कर दी गई।
PWD की चुप्पी पर उठे सवाल
सबसे हैरानी की बात यह है कि सार्वजनिक बांधकाम विभाग (PWD) इस घोटाले पर चुप्पी साधे बैठा है। विभाग के अधिकारी इस मुद्दे पर कोई सफाई देने के बजाय इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। स्थानीय नागरिकों ने इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन इस मामले में कार्रवाई नहीं करता तो वे इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
नागरिकों की मांग:
» ठेकेदार और PWD अधिकारियों के खिलाफ तत्काल जांच हो।
» भ्रष्टाचार में लिप्त सभी लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
» मैदान को सही तरीके से विकसित किया जाए और इसका उपयोग खिलाड़ियों के लिए सुनिश्चित किया जाए।
क्या प्रशासन इस घोटाले पर कार्रवाई करेगा?
यह देखना होगा कि PWD और स्थानीय प्रशासन इस गंभीर घोटाले पर क्या कदम उठाते हैं। क्या भ्रष्ट ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी या यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा?