चंद्रपुर में मंत्री के स्वागत के बीच ठेकेदारों की चेतावनी – 30 जुलाई तक भुगतान न हुआ तो होगा शासकीय कामकाज का बहिष्कार
चंद्रपुर जिले में आज शनिवार महाराष्ट्र के निर्माण कार्य (PWD) मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले का दौरा। शहर में उनका स्वागत भव्य तरीके से किया गया और कई औपचारिक कार्यक्रम आयोजित हुए। लेकिन इस स्वागत के बीच एक अहम सवाल उठ रहा है – क्या यह दौरा केवल राजनीतिक औपचारिकता बनकर रह जाएगा, या मंत्री ठेकेदारों की 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि पर कोई ठोस घोषणा करेंगे?
ठेकेदारों पर आर्थिक संकट की मार
महाराष्ट्र में सड़क, पुल, शासकीय इमारतें और अन्य विकास परियोजनाएं संभालने वाले ठेकेदार इस समय गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। पिछले एक साल से किए गए कामों का भुगतान नहीं मिलने के कारण कई ठेकेदार कर्ज में डूब गए हैं, जबकि कुछ परियोजनाएं अधर में लटक गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, राज्य के विभिन्न विभागों में किए गए कामों का 2,000 से 3,000 करोड़ रुपये तक का भुगतान शासन पर बकाया है। यह स्थिति ठेकेदारों की वित्तीय स्थिति को डगमगाने के साथ-साथ विकास कार्यों को भी प्रभावित कर रही है।
चंद्रपुर में ठेकेदार संघ की अहम बैठक
इसी मुद्दे को लेकर शुक्रवार को चंद्रपुर में ठेकेदार संघ की महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में बकाया देयकों, शासन की भूमिका और भविष्य की रणनीति पर खुली चर्चा हुई। कई ठेकेदारों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि शीघ्र भुगतान नहीं हुआ, तो वे आगामी समय में सभी शासकीय कामकाज और निविदा प्रक्रियाओं का बहिष्कार करेंगे।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 30 जुलाई को अंतिम फैसला सुनाया जाएगा। यदि बहिष्कार का रास्ता चुना गया तो आने वाले दिनों में राज्य की विकास परियोजनाएं ठप्प पड़ने का खतरा है।
सरकार के सामने चुनौती और चुनावी समीकरण
इस संकट ने राज्य सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। चुनावी माहौल में ठेकेदारों के विरोध से सरकार की साख पर सीधा असर पड़ सकता है। यदि समय रहते भुगतान नहीं हुआ, तो न केवल निर्माण कार्य ठप होंगे, बल्कि आगामी महीनों में प्रशासनिक संकट भी गहरा सकता है।
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