चंद्रपुर जिले में बीते 19 जुलाई से लगातार बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते चंद्रपुर जिले में बाढ़ के हालात है। अनेक स्थानों पर घरों के ढहने के अलावा अनाज, बर्तन, मवेशी आदि का काफी नुकसान हुआ है। खासकर फसलों को सबसे ज्यादा क्षति पहुंची है। इन हालातों को देखते हुए BJP के जिलाध्यक्ष हरिष शर्मा, महानगर अध्यक्ष राहुल पावडे, पूर्व जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले आदि ने 27 जुलाई 2024 को बाकायदा एक प्रेस कांफ्रेस लेते हुए 30 जुलाई से 15 अगस्त के दौरान जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार का जन्मदिन धूमधाम से न मनाते हुए इसे सेवा पखवाड़े के रूप में मनाने की घोषणा की। इस समय BJP के नेताओं ने जन्मदिन की शुभकामनाओं वाले होर्डिंग्स एवं बैनर नहीं लगाने का आह्वान और दावा किया। परंतु 48 घंटे में ही BJP के इस दावे की हवा निकल गई। जिले में सर्वत्र शुभकामनाओं के होर्डिंग्स में नेतागण चमकने लगे और उनके दावे झूठे साबित हो गये।
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उल्लेखनीय है कि जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले पोंभूर्णा तहसील में ही बारिश के चलते 2130 हेक्टेयर से अधिक फसलें बर्बाद होने का प्राथमिक अनुमान घोषित किया गया है। एकमात्र पोंभूर्णा तहसील में ही 2850 किसानों को क्षति हुई तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि समूचे जिले में कितने किसानों को नुकसान हुआ होगा। साथ ही पोंभूर्णा में 93 से अधिक घरों का नुकसान हुआ। ऐसे में BJP ने अपनी संवेदना जाहिर करते हुए मंत्री मुनगंटीवार का जन्मदिन एवं पखवाड़ा, सेवा पखवाड़े के रूप में मनाने का फैसला लिया। इस दौरान जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवा, जीवनावश्यक वस्तुओं का वितरण, रक्तदान शिविर, महाआरती आदि विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसकी जानकारी देने के लिए भाजपा नेता हरिश शर्मा, राहुल पावडे, देवराव भोंगले समेत अनेक पदाधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेस में शिरकत की। इस समय कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए इन नेताओं ने जिले में बाढ़ के हालातों पर संवेदनाएं जताई और जिले में होर्डिंग्स तथा बैनर नहीं लगाने का आह्वान एवं दावा किया।
परंतु हैरत की बात है कि महज 48 घंटों में ही भाजपा के आह्वान एवं दावों की हवा निकल गई। 29 जुलाई से ही सर्वत्र बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनर टांग दिये गये। और तो और ऑटो जैसे वाहनों के पीछे भी हजारों की संख्या में पोस्टर चिपकाकर शुभकामनाओं की खुशियां जाहिर की गई। भाजपा की वह संवेदन भरी अपील और आह्वान को अधिकांश ने नहीं माना। जिन नेताओं ने प्रेस कांफ्रेस में मौजूद रहकर आह्वान और दावा किया था, उन नेताओं की तस्वीरें जिले में सर्वत्र शुभकामनाओं के होर्डिंग्स और बैनरों पर दिखाई देने लगे। इस पर किसी भाजपा नेता ने ऐतराज जताते हुए उन्हें हटाने की कोशिश नहीं की। या यूं कहे कि ऐसी कोशिश करने की पुख्ता सूचना अब तक हमारे पास नहीं पहुंच पायी है। इसके चलते लग रहा है कि पत्रकार परिषद में कही गई बातें और दावे महज एक दिखावा ही रहा होगा।