चंद्रपुर जिले के वनसडी वन क्षेत्र के निजामगोंदी गाँव के पास एक खेत के कुएँ में गिरे एक तेंदुए को वन विभाग की टीम ने लंबे प्रयास के बाद सकुशल बचाया। यह ऑपरेशन रातभर चला और अंततः वनकर्मियों की मेहनत रंग लाई।
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घटना का विवरण
मध्य चांदा वन विभाग के वनसडी वन परिक्षेत्र के निजामगोंदी क्षेत्र में एक खेत के कुएँ में तेंदुए के गिरने की सूचना गस्ती पर निकले वनकर्मियों को मिली। तुरंत ही वन परिक्षेत्र अधिकारी, क्षेत्र सहायक, वनरक्षक और वनमजदूरों की टीम घटनास्थल पर पहुँची।
चूँकि रात का समय था, तेंदुए को बाहर निकालना जोखिम भरा था, लेकिन टीम ने हिम्मत नहीं हारी। करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद, रात 1 बजे तक सीढ़ी की मदद से तेंदुए को कुएँ से बाहर निकाला गया। कुएँ से बाहर आते ही तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया, जिससे सभी ने राहत की साँस ली।
बचाव अभियान में शामिल टीम
उपवनसंरक्षक श्वेता बोड्डू के मार्गदर्शन में किया गया। इसमें वन परिक्षेत्र अधिकारी एन. जी. केळवदकर, वनसडी क्षेत्र सहायक दिनेश चामलवार, कोरपना क्षेत्र सहायक एन. आर. धात्रक, वनरक्षक आर. जी. कुनघाटकर, करिश्मा पाचभाई, एस. डी. तांदुलकर, साई मेश्राम, निखिल गेडाम, डी. जी. मडावी, व्यंकटी जेल्लेवाड, एन. आर. गेडाम, अनिल कोल्हे और अन्य वनमजदूरों, फायर वॉचर तथा ग्रामीणों ने सहयोग किया।
वन्यजीव बचाव में वन विभाग की सजगता
इस घटना से वन विभाग की तत्परता और वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता का पता चलता है। तेंदुआ जैसे खतरनाक जीव को बिना किसी नुकसान के बचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन वनकर्मियों के समन्वित प्रयास से यह मुमकिन हो सका।
वन अधिकारियों ने ग्रामीणों से सतर्क रहने और ऐसी स्थितियों में तुरंत सूचना देने का आग्रह किया है, ताकि वन्यजीवों और मानव जीवन दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।