Rising Crime Wave in Chandrapur: 2024 में चंद्रपुर जिले में नशीले पदार्थों के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई के आंकड़े सामने आए हैं। 2022 और 2023 की तुलना में 2024 में स्थानीय अपराध शाखा को बड़ी सफलता मिली है। सालभर में कुल 13,84,430 रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। जब्त किए गए नशीले पदार्थों में ब्राउन शुगर, एम.डी. पाउडर और गांजा शामिल हैं। हालांकि यह कार्रवाई संतोषजनक मानी जा रही है, लेकिन जिलेभर में नशीली पदार्थों का नेटवर्क अभी भी फैला हुआ है। नशीले पदार्थों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, फिर भी खतरा बरकरार
विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में गांजा आसानी से उपलब्ध होने की चर्चाएँ हो रही हैं। चिंता की बात यह है कि कम उम्र के बच्चे भी इस लत के शिकार हो रहे हैं।
तीन साल के आंकड़े: 2022, 2023 और 2024 में कार्रवाई की तुलना
2022: कुल 33,74,180 रुपये का गांजा जब्त, 12 मामलों में 17 आरोपियों की गिरफ्तारी।
2023: 37,32,495 रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त, जिनमें 165.264 किग्रा गांजा, 174 ग्राम चरस, 1.518 किग्रा डोडा पाउडर और 198 ग्राम एम.डी. पाउडर शामिल। इस दौरान 46 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
2024: कुल 13,84,430 रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त, जिनमें 125.699 किग्रा गांजा, 7.12 ग्राम ब्राउन शुगर और 22.808 ग्राम एम.डी. पाउडर शामिल। इस दौरान 28 अभियानों में 45 आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
शस्त्र बरामदगी में रिकॉर्ड वृद्धि, चंद्रपुर में बढ़ती हिंसा चिंता का विषय
2024 में स्थानीय अपराध शाखा द्वारा जब्त किए गए हथियारों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। चंद्रपुर में बढ़ते अपराध और अवैध हथियारों की संख्या को देखकर यह सवाल उठने लगा है कि क्या यह जिला ‘नया बिहार’ बन रहा है?
पिछले तीन वर्षों में जब्त किए गए हथियारों के आंकड़े:
2022: कुल 66 अभियानों में 6 आग्नेयास्त्र, 11 जिंदा कारतूस, 49 तलवार और अन्य हथियार जब्त।
2023: 6 आग्नेयास्त्र, 6 जिंदा कारतूस, 200 ग्राम बारूद सहित कुल 53 हथियार जब्त।
2024: अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी, 30 आग्नेयास्त्र, 124 जिंदा कारतूस, 126 तलवार और अन्य हथियार जब्त।
तीन सालों में कुल 334 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
2024 में अपराध की घटनाएँ और पुलिस की चुनौतियाँ
2024 में चंद्रपुर जिले में हत्या, गोलीबारी, बमबारी और डकैती जैसी घटनाओं ने शहर को हिलाकर रख दिया। अपराधों के बढ़ते ग्राफ ने स्थानीय लोगों में असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया। इस माहौल को देखते हुए पुलिस ने हथियार रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की और बड़ी संख्या में अवैध हथियार जब्त किए।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एक गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई बंदूक बिहार से लाई गई थी जांच मे समने आय, इससे यह स्पष्ट हो गया कि चंद्रपुर में बाहर के राज्यों से अवैध हथियारों की आपूर्ति हो रही है।
चंद्रपुर में नशीले पदार्थों और हथियारों की बरामदगी के आंकड़े इस ओर इशारा करते हैं कि जिले में अपराध की गंभीर समस्या बनी हुई है। पुलिस की कार्रवाई से अपराधियों पर कुछ हद तक शिकंजा कसा गया है, लेकिन अभी भी मुख्य मास्टरमाइंड और बड़े अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को अधिक सतर्कता, आधुनिक जांच तकनीकों और बेहतर नेटवर्किंग की जरूरत है। वरना चंद्रपुर में अपराध का बढ़ता ग्राफ इसे ‘नए बिहार’ की ओर धकेल सकता है।
