बुधवार, 04 सितंबर को सुबह 11:00 बजे के दौरान चंद्रपुर शहर के गिरनार चौक से सटे छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक भव्य निषेध मोर्चा का आयोजन किया गया है।
Whatsapp Channel |
इस संदर्भ में हाल ही में स्थानीय विश्रामगृह में आयोजित की गई बैठक में यह फैसला लिया गया है। इस बैठक में विविध सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के मुख्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। शिवप्रेमियों के अनुसार दिनांक 26 अगस्त 2024 को राजकोट (मालवण) में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति, उद्घाटन के मात्र आठ महीनों में ही गिरने की घटना उजागर हुई। यह अत्यंत दुखदाई है।
महाराष्ट्र के सभी शिवप्रेमियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उन्हें ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण दिन देखना पड़ेगा। नियोजन और प्रबंधन शास्त्र में जिनके पाठ पढ़ाए जाते हैं, उन छत्रपति शिवराय की मूर्ति का निर्माण करते समय उन्हीं के महाराष्ट्र में जो लापरवाही, निर्माण में कमी और भ्रष्टाचार हुआ है, वह किसी राष्ट्रद्रोह से कम नहीं है।
शिवप्रेमियों का आरोप है कि महाराष्ट्र के वर्तमान शासकों को मूर्ति गिरने का जरा भी दुख नहीं है, यह उनके बयानों से बार-बार स्पष्ट हो रहा है। इससे महाराष्ट्र का मान सम्मान शर्म से झुक गया है। शिवस्मारक की धोखाधड़ी से लेकर मूर्ति गिरने तक की सभी घटनाएँ प्रत्येक शिवप्रेमी को अस्थिर कर देने वाली हैं। इसका तीव्र विरोध होना आवश्यक है। इसी कारण सभी ‘शिवप्रेमी’ एकत्रित होकर इस विरोध मार्च में शामिल हो रहे हैं।
आंदोलनकर्ता शिवप्रेमियों की मांग है कि मूर्तिकार जयदीप आपटे और सभी दोषियों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाएं। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और निर्माण मंत्री इस्तीफा दें, मुंबई में अरबी समुद्र के किनारे जमीन पर ही भव्य और दिव्य शिवस्मारक बनाएं। बहरहाल इस निषेध मार्च में शिवप्रेमियों को काले रंग के कपड़े पहनकर आने की अपील आयोजकों ने की है।