- मंत्रिमंडल में शामिल न होने को लेकर मुनगंटीवार का राजनीतिक कटाक्ष
- “आमदार स्कूटर और मंत्री कार जैसा,” बयान ने बटोरी सुर्खियाँ
- नागपुर में धुंध को लेकर दिया गया बयान बना चर्चा का विषय
भाजपा (BJP) नेता और महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से वरिष्ठ विधायक सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल न होने को लेकर हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में संकेत दिए। मुनगंटीवार ने नागपुर की धुंध का उदाहरण देकर अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि वर्तमान परिस्थितियां स्थायी नहीं हैं।
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क्या कहा मुनगंटीवार ने?
चंद्रपुर जिले के घुग्घुस क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल से बाहर रहने के कारण लोग लगातार उनसे सवाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा: “मुझे खुश दिखने वालों में से कई लोग असल में अंदर से राहत महसूस कर रहे हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें वाकई दुःख हो रहा है।”
मंत्रिमंडल विस्तार वाले दिन नागपुर की धुंध का उदाहरण देते हुए मुनगंटीवार ने कहा:
“जिस दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, मैं नागपुर जा रहा था, लेकिन धुंध के कारण मेरा विमान वहां लैंड नहीं कर सका और मुझे हैदराबाद की ओर रुख करना पड़ा। हालांकि, धुंध एक घंटे बाद छंट गई, और मैं वापस नागपुर आ गया। यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी धुंध स्थायी नहीं होती।”
आमदार और मंत्री का अंतर
एक दिलचस्प किस्से के माध्यम से मुनगंटीवार ने विधायक और मंत्री के बीच फर्क समझाया। उन्होंने कहा:
“आमदार (विधायक) स्कूटर की तरह है और मंत्री कार की तरह। कार भले ही तेज़ चलती हो, लेकिन मैं अपनी स्कूटर इतनी रफ्तार से दौड़ाऊंगा कि कार को भी पीछे छोड़ दूँ।”
भविष्य के संकेत और टोले
मुनगंटीवार ने यह भी उल्लेख किया कि जब वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब उन्होंने देवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटील, और अन्य नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ दी थीं। यह उनके समर्पण और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
मुनगंटीवार का यह बयान न केवल उनके समर्थकों बल्कि भाजपा और महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचाने वाला है। नागपुर की धुंध का राजनीतिक संदर्भ आने वाले समय में राज्य की सत्ता में बड़े बदलावों के संकेत दे सकता है।