चंद्रपुर भाजपा के पदाधिकारी अब नागपुर के बाद जायेंगे दिल्ली
महाराष्ट्र के पूर्व वन एवं सांस्कृतिक मंत्री तथा चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर से विधायक सुधीर मुनगंटीवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कैबिनेट में शामिल न किए जाने के फैसले से विदर्भ और चंद्रपुर में नाराजगी का माहौल है। मुनगंटीवार समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे जिले के साथ अन्याय करार दिया है।
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मुनगंटीवार का राजनीतिक कद और जिले की उम्मीदें
सुधीर मुनगंटीवार विदर्भ से लगातार सात बार विधानसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड रखते हैं। उनके नेतृत्व में चंद्रपुर जिले में अनेक विकास कार्य हुए हैं। लेकिन उन्हें इस बार मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से कार्यकर्ताओं और जनता में रोष है। स्थानीय भाजपा पदाधिकारी और जनता सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, जबकि शहर के विभिन्न इलाकों में मुनगंटीवार के समर्थन में बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं।
पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात
चंद्रपुर जिले के राजुरा के विधायक देवराव भोंगळे के नेतृत्व में भाजपा पदाधिकारियों, पूर्व नगरसेवकों और जिला परिषद के सदस्यों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। यह बैठक सोमवार रात 10 बजे हुई, जिसमें उन्होंने सुधीर मुनगंटीवार को कैबिनेट में शामिल करने की पुरजोर मांग की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्थिति को शांत करते हुए कहा कि वे इस मामले पर दिल्ली से जानकारी लेंगे।
कार्यकर्ताओं का दिल्ली और नागपुर की ओर रुख
मुनगंटीवार समर्थकों ने अपना आंदोलन तेज करते हुए नागपुर के लिए पदयात्रा शुरू कर दी है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री उनकी मांग पर गौर नहीं करते, तो वे दिल्ली जाएंगे और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। इस आंदोलन में फारुख शेख, हरीश व्यवहारे, अमित तामटकर समेत कई कार्यकर्ता शामिल हैं।
दिल्ली में नड्डा से करेंगे मुलाकात
सूत्रों के मुताबिक, सुधीर मुनगंटीवार 19 दिसंबर को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से दिल्ली में मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात उनकी कैबिनेट में संभावित वापसी का रास्ता तय कर सकती है।
चंद्रपुर का विकास कार्य रुकेगा?
मुनगंटीवार के समर्थकों का मानना है कि अगर उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया, तो जिले में चल रही विकास परियोजनाएं प्रभावित हो सकती हैं। समर्थकों और स्थानीय भाजपा नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा है कि “सुधीरभाऊ के बिना चंद्रपुर का भविष्य अधूरा है।”
सुधीर मुनगंटीवार के कैबिनेट से बाहर होने पर विदर्भ और चंद्रपुर में बढ़ता विरोध भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। इस स्थिति में मुख्यमंत्री फडणवीस और पार्टी नेतृत्व को मामले को संभालने के लिए रणनीतिक फैसले लेने होंगे।