चंद्रपुर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सहकारी समिति के चुनाव को लेकर BJP नेता और उनके समर्थकों ने खुलेआम गुंडागर्दी की। यह पूरी घटना तब हुई जब देवाडा सेवा सहकारी संस्था के 12 सदस्य पड़ोसी राज्य तेलंगाना के करीमनगर शहर में एक होटल में ठहरे हुए थे। अचानक, BJP नेता अपने गुर्गों के साथ वहां पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी।
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पीड़ितों का आरोप है कि देवतले और उनके समर्थकों ने न केवल होटल में तोड़फोड़ की बल्कि उन्हें जबरन अगवा भी कर लिया। इस पूरे मामले में तेलंगाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए देवतले समेत चार प्रमुख BJP पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया। हालाँकि, कुछ ही घंटों बाद उन्हें बॉन्ड पेपर पर जमानत मिल गई।
क्या है पूरा मामला?
यह विवाद चंद्रपुर जिला मध्यवर्ती बैंक के निदेशक पद के चुनाव से जुड़ा है। इस चुनाव में भाग लेने के लिए उम्मीदवारों को किसी सेवा सहकारी संस्था से समर्थन प्राप्त करना आवश्यक होता है। BJP नेता प्रकाश देवतले, वर्तमान निदेशक संजय तोटावार और पोंभूर्णा तालुका देवाडा खुर्द के सरपंच विलास मोगरकर इस चुनाव में नामांकन दाखिल करना चाहते थे। लेकिन मोगरकर ने पहले ही अपने समर्थन में 12 संचालकों को एकजुट किया और चोरी-छिपे तेलंगाना के करीमनगर शहर पहुंच गए, ताकि वहां से सुरक्षित नामांकन दाखिल किया जा सके। जब यह बात प्रकाश देवतले को पता चली, तो वे आपा खो बैठे और अपने समर्थकों को इकट्ठा कर सीधे तेलंगाना रवाना हो गए।
होटल में घुसकर हमला, जबरन अगवा करने का आरोप!
करीमनगर शहर के एक होटल में जब 12 सदस्य आराम से भोजन कर रहे थे, तभी अचानक प्रकाश देवतले अपने समर्थकों के साथ वहां आ धमके। चश्मदीदों के मुताबिक, होटल में घुसते ही देवतले और उनके गुर्गों ने हंगामा शुरू कर दिया। पहले गाली-गलौज हुई और फिर देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई।
गवाहों का कहना है कि BJP नेता और उनके समर्थकों ने मोगरकर गुट के सदस्यों को बेरहमी से पीटा, जिससे होटल में अफरा-तफरी मच गई। यही नहीं, आरोप है कि मारपीट के बाद उन्होंने 12 सदस्यों को जबरदस्ती अपनी गाड़ियों में बैठाया और अज्ञात स्थान पर ले गए।
तेलंगाना पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, BJP नेता गिरफ्तार!
घटना के बाद सहमे हुए पीड़ितों ने तेलंगाना पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने बिना देरी किए कार्रवाई की और प्रकाश देवतले समेत चार BJP पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया। इस गिरफ्तारी के बाद चंद्रपुर जिले में हड़कंप मच गया।
हालांकि, अगले ही दिन सभी आरोपियों को बॉन्ड पेपर पर जमानत दे दी गई, लेकिन इस घटना ने राजनीति में भूचाल ला दिया।
देवतले गुट ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
घटना के बाद, प्रकाश देवतले और उनके समर्थकों ने चंद्रपुर पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच की मांग की। उनका दावा है कि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है और इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
राजनीतिक हलचल तेज, चंद्रपुर में भी गूंज
इस घटना के बाद चंद्रपुर जिले के देवाडा गांव में तनाव की स्थिति बन गई है। गांव के लोग सहकारी समिति के चुनाव से जुड़े इस विवाद में हुई हिंसा से स्तब्ध हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सहकारी समिति के चुनाव अब सत्ता के संघर्ष का नया अखाड़ा बन चुके हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सहकारिता चुनाव में पारदर्शिता बनी रहेगी या फिर यह महज राजनीतिक रस्साकशी का खेल बनकर रह जाएगा?
अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस इस मामले में और क्या कदम उठाती है और क्या इस विवाद का कोई कानूनी अंजाम निकलता है या नहीं?