चंद्रपुर जिले का ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व (TATR) देश-विदेश के पर्यटकों के लिए बाघ दर्शन का प्रमुख स्थल है। लेकिन हाल के वर्षों में बाघों की बढ़ती संख्या और नई टेरिटरी की तलाश में ये खूंखार शिकारी जंगल छोड़कर अब ग्रामीण इलाकों में आ रहे हैं। इसी कड़ी में वेकोलि (Western Coalfields Limited) वणी क्षेत्र अंतर्गत पैनगंगा खुली कोयला खदान में एक बार फिर बाघ का आतंक फैल गया है।
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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ बाघ का वीडियो!
गुरुवार और शुक्रवार को पैनगंगा और मंगोली कोयला खदान क्षेत्र में बाघ को विचरण करते हुए देखा गया। मिट्टी के ऊंचे टीलों से नीचे आते और चेकपोस्ट परिसर के आसपास घूमते हुए इस बाघ का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना के बाद वेकोलि कर्मचारियों और स्थानीय ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
पहले भी कर चुका है हमला!
गौरतलब है कि दो साल पहले भी पैनगंगा चेकपोस्ट के पास एक बाघ ने मवेशियों पर हमला कर दिया था, जिसका वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था और सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। अब एक बार फिर बाघ का आतंक लौट आया है, जिससे क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं।
बाघ ने मिट्टी के टीलों को बनाया अपना ठिकाना!
वेकोलि द्वारा कोयला खदानों से निकाली गई मिट्टी अब एक विशाल पहाड़ और घने जंगल का रूप ले चुकी है। इस इलाके में रोजाना कई ग्रामीण सूखी लकड़ियां इकट्ठा करने जाते हैं, लेकिन अब इस इलाके में बाघ की मौजूदगी से खतरा बढ़ गया है। माना जा रहा है कि बाघ ने इसी इलाके को अपना नया ठिकाना बना लिया है।
शिकारी गिरोह की सक्रियता का खतरा!
विशेषज्ञों का कहना है कि जब बाघ जंगल छोड़कर दूसरे क्षेत्रों में जाता है, तो शिकारियों की नजर उस पर पड़ जाती है। हाल ही में चंद्रपुर जिले के राजुरा तहसील में जनवरी माह में वन विभाग और एसआईटी टीम ने बहेलिया गिरोह के कुख्यात शिकारी अजित राजगोंड को दबोचा था। यह गिरोह देशभर में बाघों का शिकार करने के लिए कुख्यात है।
ग्रामीणों ने वन विभाग से मांगी सुरक्षा
पैनगंगा और मंगोली खदान क्षेत्र में बाघ की बढ़ती गतिविधि को देखते हुए ग्रामीणों और वेकोलि कर्मियों ने वन विभाग से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही इस बाघ को सुरक्षित स्थान पर नहीं भेजा गया, तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
वन विभाग को अब इस बाघ की ट्रैकिंग कर उसे ताडोबा या किसी अन्य संरक्षित वन क्षेत्र में शिफ्ट करने के लिए उचित कदम उठाने होंगे। अन्यथा, यह मामला स्थानीय लोगों और वेकोलि कर्मचारियों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।
👉 क्या वन विभाग जल्द ही इस बाघ को सुरक्षित स्थान पर भेजने की व्यवस्था करेगा? या फिर क्षेत्र के लोगों को और ज्यादा खतरे का सामना करना पड़ेगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा!