चंद्रपुर शहर के तुकुम इलाके में सोमवार शाम एक भीषण सड़क हादसे ने हर किसी को दहला दिया। एक बेकाबू हायवा ट्रक ने पहले सड़क किनारे खड़े कई वाहनों को रौंदा, फिर वहां खड़ी महिलाओं और युवतियों को टक्कर मारते हुए एक बड़ी दुकान में घुस गया। इस दर्दनाक हादसे में 22 वर्षीय सानिका कुमरे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि काजल आत्राम (उपरवाही, राजुरा) और 55 वर्षीय नंदा उंबरकर गंभीर रूप से घायल हो गईं।
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हादसे का विवरण:
दुर्घटना शाम 5 बजे के आसपास घटी जब तेज रफ्तार से आ रहा हायवा ट्रक तुकुम चौक से गुजर रहा था। चालक विनोद दिवाकर माधुरे को अचानक दौरा (फिट) आने की वजह से उसने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। ट्रक ने पहले 6 दोपहिया वाहनों और 2 ऑटो रिक्शा को बुरी तरह टक्कर मारी और फिर पैदल खड़ी महिलाओं को रौंदता हुआ एक दुकान में जा घुसा।
मृत और घायल दोनों युवतियां थीं सहेलियां:
मृतक सानिका और घायल काजल दोनों चंद्रपुर में रहकर पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थीं। वे एक निजी कोचिंग क्लास से लौट रही थीं, जब यह हादसा हुआ। दोनों युवतियां पढ़ाई के साथ एक ही इलाके में किराए पर रहती थीं।
प्रशासन की तत्परता और राजनीतिक प्रतिक्रिया:
घटना की जानकारी मिलते ही विधायक किशोर जोरगेवार मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। उन्होंने तुरंत घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया और काजल आत्राम से अस्पताल में मुलाकात भी की।
जांच और कानूनी कार्रवाई:
फिलहाल चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और हादसे की जांच दुर्गापुर पुलिस थाने द्वारा की जा रही है। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में ट्रक चालक को दौरा पड़ा था, जिससे वह नियंत्रण खो बैठा।
यह हादसा तेज रफ्तार भारी वाहनों की शहरी इलाकों में अव्यवस्थित आवाजाही की एक और बानगी है। तुकुम जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में, जहां छात्राएं और आम नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहते हैं, भारी वाहनों की अनुमति प्रशासनिक विफलता को दर्शाती है।
स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि:
» भारी वाहनों की प्रवेश पर समयबद्ध प्रतिबंध लगाया जाए
» दुर्घटना स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं
» पीड़ितों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए