चंद्रपुर शहर के प्रतिष्ठित Inspire Coaching Classes में शिक्षा ग्रहण कर रही 18 वर्षीय प्रांजलि हनुमंत राजूरकर ने गत बुधवार को यहां के जिला स्टेडियम परिसर के हॉस्टेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लेकिन उसकी मौत को लेकर ठोस कारणों का अब तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है। इसके चलते शैक्षणिक क्षेत्र में प्रांजलि की मौत को लेकर अनेक कयास लगाये जा रहे हैं।
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बताया जाता है कि विविध राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े प्रतिष्ठित व रसूखदार नागरिक विजय बदखल के इन्स्पायर कोचिंग क्लासेस के हॉस्टेल में पढ़ने वाली छात्रा की मौत ने विद्यार्थियों में सनसनी फैला दी है। मृतक प्रांजलि यह यवतमाल जिले के मारेगांव तहसील के गोंडबुरांडा गांव की निवासी थी। बीते 2 वर्षों से वह चंद्रपुर में पढ़ रही थी। इस वर्ष वह 12वीं कक्षा में शिक्षा ग्रहण कर रही थी। जिला स्टेडियम के पास स्थित Inspire Coaching Classes में उसकी पढ़ाई जारी थी। यहीं के हॉस्टेल के रूम में वह अकेली रहा करती थी। उसे किस बात का तनाण था, इसकी जांच पुलिस कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही वह अपने मामा के घर से हॉस्टेल में आयी थी। प्रांजलि के मामा अशोक काकडे यह चंद्रपुर के वड़गांव में रहते हैं। मंगलवार रात को भोजन कर सोने के लिए जाते समय प्रांजलि ने अपने सहेली से वार्तालाप किया था। उसे दूसरे दिन देर तक सोने की पूर्व सूचना दी थी। बुधवार सुबह से शाम हो गई, लेकिन उसने किसी का कॉल रिसिव नहीं किया। इसके चलते उसके कमरे की पड़ताल करने पर उसका शव फांसी पर झूलता हुआ दिखाई पड़ा। लेकिन प्रांजलि ने फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों की है ? इसका जवाब कोई नहीं दे पाया।
घटना की जानकारी रामनगर पुलिस को मिलते ही पुलिस ने प्रांजलि के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस बीच घटना स्थल पर एक सुसाईडनोट नोट मिलने की जानकारी है। इस नोट में वह ‘अपने माता-पिता के लिए माफी की बात’ लिखती है। किंतु यह माफी किस संदर्भ में है, इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
इसके चलते जांचकर्ता पुलिस को अभी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार है। प्रांजलि की मौत का असली कारण जनता के सामने लाने की उम्मीद अनेक नागरिकों द्वारा व्यक्त की जा रही है।