चंद्रपुर शहर में पहली बार किसी नाले के लिए 95 लाख रुपये की लागत से सिर्फ एक तरफ सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है, जबकि दूसरी ओर हजारों की आबादी होने के बावजूद कोई सुरक्षा दीवार नहीं बनाई जा रही। आम आदमी पार्टी ने इस पर बड़ा सवाल उठाया है—क्या यह जनता की सुरक्षा के लिए है या फिर स्थानीय विधायक के करीबी लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए?
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भारी खर्च, मगर सिर्फ एक तरफ सुरक्षा?
आम आदमी पार्टी के मुताबिक, जब नाले की सुरक्षा दीवार दोनों ओर होनी चाहिए, तब सिर्फ एक ओर ही निर्माण कार्य किया जा रहा है।
दूसरी ओर हजारों लोगों की बस्तियां हैं, लेकिन उन्हें सुरक्षा देने की कोई योजना नहीं बनाई गई। इससे बरसात में बाढ़ आने का खतरा बढ़ सकता है।
इतनी बड़ी रकम (₹95 लाख) खर्च करके इस तरह की सुरक्षा दीवार पहले कभी नहीं बनाई गई, जिससे यह सवाल उठता है कि यह प्रोजेक्ट जनहित में है या फिर किसी खास व्यक्ति के फायदे के लिए?
इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने की प्रक्रिया को सार्वजनिक किया जाए और यह बताया जाए कि इतनी मजबूत और महंगी दीवार बनाने की जरूरत क्यों पड़ी?
आप के जिलाध्यक्ष को मिली धमकी!
इस मुद्दे को उठाने के बाद आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष मयूर राईकवार को धमकी दी गई। एक व्यक्ति ने संदेश भेजकर कहा—”समझा दो कि इस मामले में न पड़े”।
आम आदमी पार्टी ने इस पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र में दबाव की राजनीति का सबसे बड़ा उदाहरण है।
जिलाधिकारी से मुलाकात, 8 दिन में जांच का आश्वासन
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने इस मुद्दे पर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की। पार्टी ने साफ कहा कि यदि 8 दिनों के भीतर जांच के आदेश नहीं दिए गए और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
“चंद्रपूर को बीड न बनने दें!” – आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी ने प्रशासन को चेतावनी दी—
“चंद्रपूर के इतिहास में पहले कभी किसी नाले पर 95 लाख रुपये खर्च नहीं किए गए। अगर इतनी बड़ी रकम सिर्फ कुछ खास लोगों के भूखंड बचाने के लिए खर्च की जा रही है और आम जनता को बाढ़ में डूबने के लिए छोड़ा जा रहा है, तो यह न केवल प्रशासन की विफलता है बल्कि भ्रष्टाचार की खुली नजीर है। चंद्रपूर को ‘बीड’ बनने से बचाने के लिए हम इस मामले की गहराई से जांच चाहते हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।
आंदोलन की चेतावनी!
अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर तीव्र आंदोलन छेड़ेगी। इस प्रदर्शन में आप के जिलाध्यक्ष मयूर राईकवार, युवा जिलाध्यक्ष राजू कुडे, महानगर अध्यक्ष योगेश गोखले, महिला अध्यक्ष एडवोकेट ताबस्सुम शेख सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर निष्पक्ष जांच करता है या फिर भ्रष्टाचार के इस खेल को दबाने की कोशिश की जाती है?