विरोधी दल नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक समझे जाने वाले विधायक विजय वडेट्टीवार ने चंद्रपुर-वणी में चल रहे अवैध कोयला कारोबार के लिए Congress ही जिम्मेदार होने का सनसनीखेज खुलासा किया है। टीवी चैनलों को दिये बयान में उन्होंने यह इशारा कौनसे कांग्रेसी नेता की ओर किया है, इस पर अब चंद्रपुर जिला वासियों में चर्चा होने लगी है ? चंद्रपुर कांग्रेस का वह नेता कौन है, जिसका राजनीतिक संरक्षण कोल माफिया को है ? यह सवाल अब जनता के बीच तूल पकड़ रहा है। वडेट्टीवार के इस बयान से कांग्रेस के भीतर की राजनीति में ज्वालामुखी फूटने जैसी स्थिति दिखाई पड़ रही है। हालांकि वडेट्टीवार ने Congress नेता के साथ-साथ BJP नेताओं को भी घेरने की कोशिश की है। लेकिन अधिक चर्चा तो कांग्रेस द्वारा कांग्रेस की ही आलोचना और राज पर्दाफाश करने को लेकर हो रही है।
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Chandrapur और Wani क्षेत्र के लोगों के लिए ‘कोयले की धूल जितना मसलो उतना काला’ ये कहावत जीवन का कटु सत्य बन गई है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार (Vijay Wadettiwar, leader of opposition in the state assembly) ने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया है, जिसमें उन्होंने न केवल विरोधी दल के नेताओं बल्कि अपने ही दल के नेताओं पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। वडेट्टीवार का कहना है कि कोयला वॉशरीज (Coal Washeries) से होने वाले प्रदूषण के कारण स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि NM Global और Rukhmai Coal Washeries में बड़े पैमाने पर काले बाजार का खेल चल रहा है, जिसमें स्थानीय राजनीतिक नेता भी शामिल हैं। वडेट्टीवार ने कहा कि कोयले की अवैध बिक्री से होने वाले मुनाफे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं का हाथ है।
वडेट्टीवार ने कहा कि NM Global और Rukhmai Coal Washeries पर करोड़ों का जुर्माना लगाया गया है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनएम ग्लोबल के मालिक को बड़े नेताओं का समर्थन प्राप्त है, जिससे वह कानूनी कार्रवाई से बच निकलते हैं।
जब तक महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन नहीं होता, तब तक इस समस्या का समाधान नहीं निकलेगा। उन्होंने राजनीतिक संरक्षण के बिना ऐसे अवैध धंधों के फलने-फूलने की संभावना को खारिज कर दिया और कहा कि यह जनता और किसानों का दुर्भाग्य है कि उनके लिए कोई भी नेता संघर्ष नहीं कर रहा है।
एनएम ग्लोबल और रुखमाई कोल वॉशरीज पर विशेष रूप से निशाना साधा। उनका आरोप है कि इन कंपनियों के कारण क्षेत्र में वायु प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। किसानों की फसलें नष्ट हो रही हैं और सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। क्योंकि इसके पीछे बड़े राजनेताओं का संरक्षण है।
कोयले के काले बाजार में वर्चस्व के संघर्ष के कारण कई बार हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं। हाल ही में चंद्रपुर में हाजी सरवर शेख नामक कोयला माफिया की हत्या कर दी गई थी, जिसे उसके ही पूर्व सहयोगी समीर शेख ने अंजाम दिया था। इस हत्या के पीछे काले बाजार में वर्चस्व की लड़ाई को कारण माना जा रहा है।