वरोरा के पास तुराना घाट की घटना; गहरे पानी में उतरने से 13 और 15 वर्षीय लड़कों की मौत की आशंका
वरोरा/चंद्रपुर : वरोरा शहर के पास वर्धा नदी में नहाने गए चार दोस्तों में से दो के डूब जाने की एक बेहद दुखद घटना आज, रविवार 2 नवंबर को घटी। नदी के पानी में डूबने वाले लड़कों की पहचान रूपेश विजेंद्र कुळसंघे (13 वर्ष) और प्रणय विनोद भोयर (15 वर्ष) के रूप में हुई है। बचाव दल द्वारा दोनों की तलाश जारी है।
विवरण: कैसे हुआ हादसा?
वरोरा शहर के चार मित्र दोपहर करीब साढ़े बारह बजे वर्धा नदी के तुराना घाट पर नहाने के लिए उतरे थे। इस दौरान, घाट की ओर महिलाओं को आते देख चारों दोस्त नदी के पानी में छिपने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान, वे नदी के पात्र में गहरे हिस्से की ओर चले गए, जिसके कारण रूपेश विजेंद्र कुळसंघे और प्रणय विनोद भोयर गहरे पानी में डूब गए।
उमंग धर्मेंद्र आत्राम (15 वर्ष) और कृष्णा चंद्रकांत कुईजडे (16 वर्ष) नामक दो मित्र किसी तरह बच निकले।
चरवाह ने बचाई दो की जान
पास में ही मौजूद एक चरवाह ने लड़कों की चीख-पुकार सुनकर तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। चरवाह ने तत्परता दिखाते हुए उमंग धर्मेंद्र आत्राम और कृष्णा चंद्रकांत कुईजडे को सफलतापूर्वक नदी के किनारे खींचकर बाहर निकाल लिया, जिससे उनकी जान बच गई। हालांकि, दुर्भाग्य से रूपेश और प्रणय गहरे पानी में ओझल हो गए।
परिस्थिति और आगे की कार्रवाई
- बचाव कार्य: घटना की सूचना मिलते ही चंद्रपुर से पुलिस बचाव दल तत्काल घटनास्थल पर पहुंचा और लापता लड़कों की खोज शुरू कर दी। खबर लिखे जाने तक दोनों का पता नहीं चल पाया था।
- पारिवारिक त्रासदी: इस दर्दनाक घटना से कुळसंघे और भोयर परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पूरे गांव में शोक का माहौल है।
- प्रणय के पिता पर गहरा आघात: प्रणय विनोद भोयर के जीवन की कहानी विशेष रूप से दुखद है। जब प्रणय सिर्फ 11 महीने का था, तभी उसकी माँ का निधन हो गया था। उनके पिता विनोद भोयर ने 15 साल तक उनका पालन-पोषण किया। पहले पत्नी और अब इकलौते बेटे की इस दुखद मौत ने पिता विनोद भोयर को बिल्कुल अकेला कर दिया है।
प्रशासन और स्थानीय ग्रामीण दोनों लड़कों को ढूंढने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
