Water Theft from Shengav Lake: घुग्घुस समीपस्थ मौजा शेंगाव स्थित मृदा एवं जल संधारण विभाग के लघु सिंचन तालाब से अवैध रूप से पानी चोरी किए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार वसंत सिंह ने तालाब के गेटवाल को तोड़कर डीजल इंजन लगाकर प्रतिदिन 15 से 20 टैंकर पानी चोरी कर रहा था। यह अवैध कृत्य पिछले दो महीनों से अनवरत जारी था, जिससे ग्रामवासियों में आक्रोश फैल गया है।
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ग्रामवासियों ने की शिकायत, ठेकेदार ने कबूला अपराध
गांव के कुछ लोगों ने जब इस संदिग्ध गतिविधि पर ध्यान दिया, तो मामले की जांच की गई। पूछताछ करने पर पता चला कि ठेकेदार के पास ग्राम पंचायत या मृदा एवं जल संधारण विभाग की कोई वैध अनुमति नहीं थी। जब ग्राम पंचायत कार्यालय में ठेकेदार को बुलाया गया, तो उसने स्वयं अवैध रूप से पानी निकालने की बात कबूल कर ली।
सरकारी नियमों की खुली धज्जियां, कार्रवाई की मांग
गौरतलब है कि यह तालाब कृषि कार्यों के लिए आरक्षित है, लेकिन बिना किसी सरकारी अनुमति के ठेकेदार ने इसके जल का दोहन किया। यह कृत्य न केवल शासन के नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह जल संसाधनों की सुरक्षा के लिए भी खतरा है।
ग्रामवासियों ने संबंधित प्रशासन और जल संसाधन विभाग से ठेकेदार पर दंडात्मक कार्रवाई करने, उसके खिलाफ मामला दर्ज करने और उसे काली सूची में डालने की मांग की है।
जल संरक्षण पर उठ रहे सवाल
यह मामला प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करता है। जब सरकारी जल स्रोतों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मृदा एवं जलसंधारण विभाग की है, तो आखिर यह अवैध गतिविधि दो महीने तक कैसे चलती रही? क्या संबंधित विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं थी, या फिर कोई मिलीभगत थी?
गांववालों की मांग है कि इस प्रकरण की गहन जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में जल संसाधनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और इस तरह की अवैध जल चोरी पर रोक लगाई जा सके।