चंद्रपुर जिले के घुग्घूस स्थित बैरम बाबा नगर के सनातन अपार्टमेंट में गुरुवार 20 मार्च की शाम मे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इस इमारत में रहने वाले आनंद बोगवार, जो पेशे से एक पेंटर हैं, उनके घर की स्टोर रूम में अचानक आग लग गई। आग लगने का कारण ऑइल पेंट और थिनर जैसे ज्वलनशील पदार्थ थे, जिनके संपर्क में आते ही आग तेजी से फैल गई। देखते ही देखते लपटों ने विकराल रूप ले लिया, जिससे इमारत में रहने वाले पांच परिवारों की जान पर खतरा मंडराने लगा।
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बड़े हादसे को टालने में यादव बंधुओं की सूझबूझ और साहस
इस भयंकर आग के दौरान यदि घर में रखे गैस सिलेंडर इसकी चपेट में आ जाते, तो एक भयंकर विस्फोट हो सकता था, जिससे पूरी इमारत तबाह हो सकती थी और कई जानें खतरे में पड़ सकती थीं। लेकिन ऐसे कठिन समय में घुग्घूस के दो साहसी युवक, संजित यादव और उनके छोटे भाई नंदजी यादव ने अपनी जान की परवाह किए बिना इस संकट का सामना किया।
उन्होंने तेजी से आग की चपेट में आए घर के साथ-साथ नीचे स्थित दो अन्य घरों से गैस सिलेंडर बाहर निकाल दिए। यह उनकी त्वरित सूझबूझ और साहस का ही परिणाम था कि संभावित विनाशकारी हादसा टल गया। उनके इस साहसिक कदम की पूरे इलाके में सराहना की जा रही है।
कांग्रेस कार्यालय में हुआ सत्कार
संजित यादव और नंदजी यादव के इस अद्वितीय साहस और वीरता को सम्मानित करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राजू रेड्डी की ओर से कांग्रेस कार्यालय में विशेष सत्कार समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सय्यद अनवर, जिला महासचिव अलीम शेख, सोशल मीडिया जिला अध्यक्ष रोशन दंतलवार, तालुका सचिव विशाल मादर, मोसीम शेख, एन.एस.यू.आई. अध्यक्ष आकाश चिलका, रोहित डाकूर, कुमार रुद्रारप, देव भंडारी, अरविंद चहांदे, कपिल गोगला, बालकिशन कुळसंगे, सुनील पाटील, दीपक पेंदोर, निखिल पुनघंटी, अंकुश सपाटे सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे। सभी ने यादव बंधुओं की वीरता की सराहना की और कहा कि यह समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
आग से बचाव के लिए आवश्यक उपाय
चंद्रपुर जिला एक औद्योगिक क्षेत्र है और गर्म जलवायु के कारण यहां आग लगने की घटनाएं आम हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों में जिले के विभिन्न हिस्सों में कई भयानक आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं। ताडाली क्षेत्र में एक ढाबे में लगी आग से भारी नुकसान हुआ, वहीं एमआईडीसी क्षेत्र के लक्की पेट्रोलियम और बदकी इंडस्ट्रीज में आगजनी से लाखों की संपत्ति नष्ट हो गई।
ऐसे हादसों को रोकने के लिए होटल, ढाबों, वर्कशॉप, गैरेज, बड़े व्यापारिक परिसरों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में आग बुझाने के पर्याप्त साधन उपलब्ध होने चाहिए। नगर परिषद को भी गर्मी के मौसम में सुरक्षा जांच अभियान चलाना चाहिए, ताकि आगजनी की घटनाओं से बचा जा सके।
संजित यादव और नंदजी यादव जैसे साहसी युवकों के कारण आज घुग्घूस में एक बड़ा हादसा टल गया। इनकी बहादुरी सिर्फ दो परिवारों की नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि संकट के समय सूझबूझ और साहस से न केवल स्वयं को बल्कि दूसरों को भी बचाया जा सकता है। ऐसे नायकों का सम्मान करना और उनकी बहादुरी को समाज में फैलाना अत्यंत आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इनसे प्रेरणा ले सकें।